क्या तेजस्वी-राहुल संविधान की रक्षा की बातें करते हुए साजिशें रच रहे हैं?
सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव की चुनावी सभाएं हो रही हैं अत्यधिक सफल।
- भाजपा ने तेजस्वी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- राजद के एमएलसी कारी शोएब का बयान विवाद का कारण बना।
- संविधान की रक्षा का मुद्दा बिहार चुनाव में प्रमुख है।
नई दिल्ली, 26 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए चुनावी गतिविधियाँ तेजी से बढ़ रही हैं। महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव लगातार प्रभावशाली चुनावी सभाएं कर रहे हैं, जहाँ पर भारी भीड़ जुट रही है।
इस दौरान, भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने तेजस्वी यादव और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि जो लोग संविधान की रक्षा की बातें करते हैं, वे दरअसल संविधान को बदलने की साजिश कर रहे हैं।
अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें राजद के एमएलसी कारी शोएब का यह बयान है कि यदि महागठबंधन की सरकार बनती है, तो वे वक्फ कानून को समाप्त कर देंगे। इस बयान को आधार बनाकर मालवीय ने राजद पर संविधान के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया।
उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, "खगड़िया में राजद के एमएलसी कारी शोएब का कहना है कि अगर तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बने, तो वे संविधान में बदलाव करेंगे और वक्फ कानून में संशोधन करेंगे। जो लोग दिन-रात संविधान बचाने की बात करते हैं, वे ही इसे बदलने की साजिश कर रहे हैं ताकि दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों की भूमि और अधिकारों को हड़प सकें।"
अमित मालवीय ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव का नाम लेते हुए सवाल उठाया कि क्या वे कारी शोएब जैसे व्यक्तियों को गरीब और वंचित हिंदुओं की भूमि और आरक्षण पर कब्जा करने देंगे?
गौरतलब है कि वायरल वीडियो में राजद एमएलसी कारी शोएब लोगों से अपील कर रहे हैं कि बिहार में अगली सरकार महागठबंधन की होनी चाहिए, क्योंकि उनकी सरकार बनने पर वे उन लोगों का इलाज करेंगे जिन्होंने वक्फ बिल का समर्थन किया। यह बयान सीधे तौर पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधता है।