क्या तेजस्वी चुनाव लड़ेंगे या नहीं? शाहनवाज हुसैन का सवाल

सारांश
Key Takeaways
- शाहनवाज हुसैन ने तेजस्वी यादव से चुनाव लड़ने के सवाल किया।
- बिहार में एनडीए सरकार का समर्थन बढ़ रहा है।
- विपक्ष ने मतदाता सूची पुनरीक्षण में भ्रम फैलाने का प्रयास किया।
- नीतीश सरकार की विकास योजनाओं की सराहना की गई।
- कारगिल विजय दिवस की यादें आज भी ताजा हैं।
नई दिल्ली, 26 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने आने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के संदर्भ में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव पर कठोर आलोचना की है। उन्होंने तेजस्वी से यह भी पूछा कि क्या वह चुनाव में भाग लेंगे या नहीं।
हुसैन का कहना है कि बिहार के लोगों ने फिर से एनडीए सरकार को पुनः स्थापित करने का संकल्प लिया है।
शनिवार को राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत में, भाजपा प्रवक्ता ने बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के पहले चरण की सफलता के लिए चुनाव आयोग की सराहना की और विपक्ष, विशेषकर राजद और तेजस्वी यादव पर उनके भ्रम फैलाने के प्रयासों का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची के पुनरीक्षण के मामले में विपक्ष ने लोगों में भ्रम पैदा करने की कोशिश की, लेकिन बिहार के लोगों ने इसे अनदेखा कर दिया।
उन्होंने नीतीश सरकार की उपलब्धियों की चर्चा की, जिनमें पिछले 20 वर्षों में बिहार की प्रगति, मुफ्त बिजली योजना और पेंशन को 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये करना शामिल था। हुसैन ने विपक्ष के भ्रम फैलाने के प्रयास को असफल बताया।
लालू यादव द्वारा तेजस्वी यादव की प्रशंसा करने पर उन्होंने इसे ‘पिता का पुत्र के प्रति मोह’ करार दिया। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव अगर सक्षम हैं तो लोकसभा में 40 में से 40 सीट क्यों नहीं जीत सकते? उन्होंने भविष्यवाणी की कि तेजस्वी विधानसभा में भी हारेंगे।
कारगिल विजय दिवस पर हुसैन ने कहा कि उस पल को याद करके रोंगटे खड़े हो जाते हैं। यह भारत की सैन्य ताकत का प्रतीक है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमारी सेना ने पाकिस्तान को केवल 22 मिनट में घुटने पर ला दिया।