क्या तेजस्वी सत्ता की लालच में बिहार को गिरवी रख देंगे? : जीवेश मिश्रा

सारांश
Key Takeaways
- बिहार में राजनीतिक गतिविधियाँ तेज़ हो गई हैं।
- नीतीश कैबिनेट ने 2025 से 2030 के बीच एक करोड़ युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य रखा है।
- तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे पर सवाल उठाया है।
- जीवेश मिश्रा ने तेजस्वी के आरोपों का कड़ा जवाब दिया है।
- राजनीतिक बयानबाजी चुनावी माहौल को प्रभावित कर रही है।
मोतिहारी, 16 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए द्वारा शासित बिहार में राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। मंगलवार को नीतीश कैबिनेट ने रोजगार के मुद्दे पर एक बड़ा निर्णय लिया, जिसके बाद राजनीतिक बयानों में तीव्रता आ गई। तेजस्वी यादव द्वारा रोजगार पर उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए नगर विकास मंत्री जीवेश मिश्रा ने कहा कि अगर तेजस्वी का बस चले तो वह सत्ता के लालच में बिहार को गिरवी रख देंगे।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले, नीतीश कैबिनेट ने 2025 से 2030 के बीच एक करोड़ युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य रखा है। अब विपक्ष ने इस पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पूछा कि इसके लिए धन कहां से आएगा?
तेजस्वी के इस हमले के बाद भाजपा के नेताओं ने भी प्रतिक्रिया दी है। मोतिहारी में नगर विकास मंत्री जीवेश मिश्रा ने कहा, "तेजस्वी यादव को यह जानना चाहिए कि नीतीश कुमार ने अब तक 50 लाख युवाओं को रोजगार दिया है। इसलिए जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है, उसे समय पर पूरा किया जाएगा।"
वहीं, राजधानी में बढ़ते अपराध पर तेजस्वी यादव की हालिया टिप्पणियों पर उन्होंने कहा कि तेजस्वी को अगर हिम्मत है तो विकास पर चर्चा करें। उन्हें यह पता नहीं है कि नेशनल क्राइम रिपोर्ट के अनुसार बिहार अभी भी अपराध के मामले में पीछे है, लेकिन वे केवल बिहार को बदनाम करने में लगे हुए हैं। अगर उनका बस चले तो वह सत्ता के चक्कर में बिहार को गिरवी रख देंगे।
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर ने कहा कि बिहार में चुनावी महाभारत शुरू होने वाला है, जिसमें हम सब मिलकर दुर्योधन का नाश कर देंगे।