क्या तेजस्वी यादव वास्तव में बिहार के लिए सही विकल्प हैं?

सारांश
Key Takeaways
- प्रशांत किशोर का राजद पर हमला
- बिहार की जनता ने 15 साल का शासन देखा
- मुस्लिम समुदाय का जन सुराज की ओर बढ़ना
- बदलाव की उम्मीद की बढ़ती लहर
- तेजस्वी यादव के कलम वाले बयान पर कटाक्ष
सीवान, 29 जून (राष्ट्र प्रेस)। जन सुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर ने रविवार को राजद पर तीखा हमला किया। उन्होंने राजद नेता तेजस्वी यादव द्वारा बिहार की जनता से 20 महीने मांगे जाने पर चुटकी लेते हुए कहा कि बिहार की जनता ने 15 साल उनके माता-पिता (लालू यादव-राबड़ी देवी) और तीन साल उन्हें देकर देख लिया है, इन लोगों ने बिहार को बर्बाद कर दिया है।
प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि अब मुसलमान भी राजद को वोट नहीं देंगे।
अपनी 'बिहार बदलाव यात्रा' के तहत प्रशांत किशोर लगातार विभिन्न जिलों में लोगों से संवाद कर रहे हैं। इसी कड़ी में रविवार को वे सिवान पहुंचे।
मीडिया से बातचीत में, उन्होंने पटना के गांधी मैदान में मुस्लिम संगठनों द्वारा वक्फ कानून के खिलाफ आयोजित रैली का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि जन सुराज हमेशा से वक्फ कानून के खिलाफ रहा है।
प्रशांत किशोर ने स्पष्ट किया कि बिहार की जनता अब राजद के बहकावे में नहीं आएगी। इन लोगों ने बिहार को बर्बाद कर दिया है। अब कोई भी राजद को वोट नहीं देगा। पहले ये लोग भाजपा का डर दिखाकर मुस्लिम समुदाय का वोट लेते रहे हैं, लेकिन अब मुस्लिम समुदाय के पास जन सुराज का विकल्प है। मुसलमान समझ चुके हैं कि 'लालटेन' में किरासन तेल की तरह जलने से कोई लाभ नहीं है। यदि वे 'लालटेन' को वोट देंगे तो उनके बच्चों का भविष्य किरासन तेल की तरह जलेगा और रोशनी लालू यादव के घर में होगी।
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के कलम बांटने वाले बयान पर कटाक्ष करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि यह वैसा ही है, जैसे जंगल में शेर दूध बांटने लगे। अगर जंगल में शेर दूध बांटता है तो इसका मतलब है कि वह दूध दिखाकर आपका शिकार करने वाला है। उसी तरह तेजस्वी यादव कलम दिखाकर बिहार की जनता को बर्बाद करने वाले हैं। तेजस्वी यादव कलम वाले लोग नहीं हैं, ये सब कट्टा वाले लोग हैं।