क्या एसआईआर पर विपक्ष का मकसद सड़क पर हंगामा करके सिर्फ राजनीतिक लाभ उठाना है?: तरुण चुघ

सारांश
Key Takeaways
- राजनीतिक लाभ के लिए प्रदर्शन का आरोप।
- स्वतंत्र संस्था की विश्वसनीयता को चुनौती।
- कांग्रेस पर झूठे आरोप लगाने का आरोप।
- ड्राफ्ट सूची पर कोई आपत्ति नहीं आई।
- राहुल गांधी का विदेशी ताकतों के इशारों पर काम करने का आरोप।
नई दिल्ली, 12 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा नेता तरुण चुघ ने बिहार मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और ईसीआई के खिलाफ विपक्ष के प्रदर्शन को राजनीतिक लाभ प्राप्त करने की कोशिश बताया है। उन्होंने कांग्रेस और उसके सहयोगियों पर आरोप लगाया कि वे एक स्वतंत्र संस्था को बदनाम कर रहे हैं, जो उचित नहीं है।
तरुण चुघ ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "चुनाव आयोग द्वारा बिहार में ड्राफ्ट मतदाता सूची जारी करने के 10 दिन से अधिक हो चुके हैं, लेकिन 'इंडी' गठबंधन से अब तक कोई आपत्ति नहीं आई है। यह स्पष्ट है कि विपक्ष का मकसद सिर्फ सड़क पर हंगामा करके राजनीतिक लाभ लेना है।"
उन्होंने कहा, "अपने विदेशी आकाओं के इशारे पर चुनाव आयोग जैसी स्वतंत्र संस्था को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। बिना किसी ठोस सबूत के दोहरी वोटिंग का आरोप लगाना, फर्जी दस्तावेज दिखाना और देश को गुमराह करना कांग्रेस की आदत बन चुकी है।"
उन्होंने आगे कहा, "हर चुनाव की तरह इस बार भी ड्राफ्ट सूची पहले और बाद में सभी दलों को दी गई। किसी ने कोई आपत्ति नहीं की और न ही कोई सबूत प्रस्तुत किया। यह इस बात को दर्शाता है कि उनके सभी आरोप खोखले हैं। शोर मचाकर केवल कैमरे के सामने नाटक किया जा रहा है। पूरा देश देख रहा है कि राहुल गांधी विदेशी ताकतों के इशारों पर देश में माहौल बिगाड़ने और बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। वह इस में सफल नहीं होंगे।"
कर्नाटक मंत्रिमंडल से केएन राजन्ना के अपनी ही पार्टी (कांग्रेस) के खिलाफ वोट चोरी का आरोप लगाने पर बर्खास्त किए जाने पर तरुण चुघ ने जुबानी हमला किया। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी झूठा प्रचार करने के बादशाह हैं। वोट चोरी की सच्चाई बताने वाले कांग्रेस के मंत्री को उनके पद से हटा दिया गया।"