क्या विपक्ष में बिहार विधानसभा चुनाव के बहिष्कार की हिम्मत नहीं है? : चिराग पासवान

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क्या विपक्ष में बिहार विधानसभा चुनाव के बहिष्कार की हिम्मत नहीं है? : चिराग पासवान

सारांश

चिराग पासवान का मानना है कि बिहार विधानसभा चुनाव में विपक्ष बहिष्कार की हिम्मत नहीं रखता। उन्होंने विरोधाभास और चुनाव आयोग की प्रक्रियाओं पर सवाल उठाए। क्या सत्ता की भूख विपक्ष को बहिष्कार के लिए मजबूर कर रही है? जानिए पासवान का पूरा बयान।

Key Takeaways

  • चिराग पासवान ने विपक्ष की सत्ता की भूख पर सवाल उठाया।
  • एसआईआर की प्रक्रिया विपक्ष की मांग पर शुरू की गई है।
  • विपक्ष चुनाव का बहिष्कार करने में असमर्थ है।
  • कैग की रिपोर्ट में 70 हजार करोड़ का जिक्र है।
  • मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण महत्वपूर्ण है।

पटना, 25 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री और लोजपा (आर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा है कि विपक्ष में बिहार विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने की हिम्मत नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष सत्ता का भूखा है।

मीडिया से बात करते हुए चिराग पासवान ने कहा, "बिहार में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) चुनाव आयोग करा रहा है, जो एक संवैधानिक संस्था है। इसमें सरकार का कोई रोल नहीं है। इस विषय पर विपक्ष में विरोधाभास है, जो मुझे समझ नहीं आता। एसआईआर की प्रक्रिया विपक्ष की मांग पर ही चुनाव आयोग ने शुरू की है। विपक्ष हर चुनाव के बाद चुनाव आयोग के पास जाकर फर्जी वोट और वोटिंग में धांधली की शिकायत करता रहा है। महाराष्ट्र और दिल्ली चुनाव परिणाम के बाद विपक्ष ने हम पर आरोप लगाए थे। इन्हीं शिकायतों को दूर करने के लिए एसआईआर की प्रक्रिया अपनाई जा रही है। पूर्व में भी आयोग ने ऐसे अभियान चलाए हैं। इस बार तकनीक का सहारा लिया जा रहा है। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसी मतदाता के साथ अन्याय न हो और किसी भी घुसपैठिए को वोट का अधिकार न मिले। जहाँ तक धांधली की बात है, तो आपके कार्यकर्ता क्या कर रहे हैं? अपने कार्यकर्ताओं के माध्यम से यह सुनिश्चित करें कि कहीं कोई धांधली नहीं है। लेकिन, विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ता जमीन पर उतरना ही नहीं चाहते हैं।

विपक्षी पार्टियों द्वारा बिहार विधानसभा चुनाव का बहिष्कार किए जाने की धमकी पर चिराग ने कहा कि विपक्ष बहिष्कार की बात कर रहा है। हम चुनौती देते हैं कि बहिष्कार करके दिखाइए। सत्ता का लालच इन लोगों में इतना ज्यादा है कि ये चुनाव के बहिष्कार की सोच भी नहीं सकते। महागठबंधन सत्ता के लिए ही बना है। ये लोग कहीं एक साथ हो जाते हैं तो कहीं एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ते हैं। ऐसे में विपक्ष के पास चुनाव का बहिष्कार करने की हिम्मत नहीं है।

कैग की रिपोर्ट में 70 हजार करोड़ रुपए का बिहार सरकार ने कोई हिसाब नहीं दिया है। इस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैंने यह रिपोर्ट अभी पढ़ी नहीं है, लेकिन जो जानकारी मिली है, उसमें 70,000 करोड़ का जिक्र किया गया है, जिसका हिसाब नहीं है। जनता के पैसे के दुरुपयोग की इजाजत किसी भी व्यवस्था में नहीं दी जा सकती है।

Point of View

NationPress
09/09/2025

Frequently Asked Questions

चिराग पासवान का बिहार विधानसभा चुनाव पर क्या कहना है?
चिराग पासवान का कहना है कि विपक्ष में बिहार विधानसभा चुनाव के बहिष्कार की हिम्मत नहीं है और वे सत्ता के भूखे हैं।
विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) क्या है?
विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) एक प्रक्रिया है, जिसके तहत चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची को दुरुस्त किया जाता है।
क्या विपक्ष चुनाव का बहिष्कार कर सकता है?
चिराग पासवान ने कहा कि विपक्ष चुनाव का बहिष्कार करने की हिम्मत नहीं रखता।
कैग की रिपोर्ट में 70 हजार करोड़ का क्या जिक्र है?
कैग की रिपोर्ट में बिहार सरकार द्वारा 70 हजार करोड़ रुपए का कोई हिसाब नहीं दिया गया है।
मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण का क्या महत्व है?
इस प्रक्रिया का महत्व यह है कि यह सुनिश्चित करता है कि किसी भी मतदाता के साथ अन्याय न हो और घुसपैठियों को वोट का अधिकार न मिले।