क्या वोट चोरी के प्रमाण हम जनता के सामने लाते रहेंगे: सुरेंद्र राजपूत?
सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी ने वोट चोरी के मुद्दे पर चिंता व्यक्त की।
- सुरेंद्र राजपूत ने प्रमाण लाने का संकल्प लिया।
- यह मुद्दा लोकतंत्र की निष्पक्षता से जुड़ा है।
- सरकार को पीड़ितों की मदद करनी चाहिए।
- भाजपा और पुलिस को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।
लखनऊ, 16 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने महाराष्ट्र से लेकर हरियाणा और अब बिहार में वोट चोरी का मुद्दा उठाया है। उन्होंने कहा कि हम एक ऐसे चुनाव में जीत हासिल नहीं कर सके जो शुरू से ही निष्पक्ष नहीं था। अब कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने कहा है कि हम वोट चोरी के प्रमाण जनता के सामने लाते रहेंगे।
असल में राहुल गांधी ने एक्स पोस्ट में लिखा था कि मैं बिहार के उन करोड़ों मतदाताओं का हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने महागठबंधन पर अपना विश्वास जताया। बिहार का यह परिणाम वाकई चौंकाने वाला है। हम एक ऐसे चुनाव में जीत हासिल नहीं कर सके, जो शुरू से ही निष्पक्ष नहीं था। यह लड़ाई संविधान और लोकतंत्र की रक्षा की है। कांग्रेस और इंडिया गठबंधन इस परिणाम की गहराई से समीक्षा करेंगे और लोकतंत्र को बचाने के अपने प्रयासों को हम और अधिक प्रभावी बनाएंगे।
रविवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने एनडीए पर निशाना साधते हुए कहा कि आप जिस जीत का दावा कर रहे हैं, वह लोकतंत्र पर एक धब्बा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण जीत किसी न किसी तरह से लोकतंत्र और उसकी संस्थाओं को कमजोर कर रही है। हम जनता के सामने इस कथित 'वोट चोरी' का पर्दाफाश करते रहेंगे।
सोनभद्र में शनिवार रात हुए माइनिंग के दौरान हुए हादसे पर कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि इस हादसे में सरकार को पीड़ितों की मदद के लिए तुरंत एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भेजनी चाहिए। हम फंसे हुए मजदूरों की कुशलता की प्रार्थना करते हैं। हादसे के लिए जो भी जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ कठोरता से कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि खनन नीति में सरकार को सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए।
अखलाक हत्याकांड से जुड़े एक सवाल पर कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अखलाक को किसने मारा? किसी ने तो मारा होगा। मौत तो हुई थी ना? उत्तर प्रदेश सरकार, पुलिस और भाजपा को इसका जवाब देना होगा।
असल में 28 सितंबर 2015 को उत्तर प्रदेश में दादरी के बिसाहड़ा गांव में हुई भीड़ ने मोहम्मद अखलाक नाम के एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। अखलाक के घर में गोमांस रखे होने की अफवाह के बाद लोगों का गुस्सा सांतवें आसमान पर जा पहुंचा था।