क्या 'वोटर अधिकार यात्रा' से मतदाता अधिकारों की रक्षा होगी? : शक्ति सिंह यादव

सारांश
Key Takeaways
- 'वोटर अधिकार यात्रा' का उद्देश्य मतदाता अधिकारों की रक्षा करना है।
- यात्रा में प्रमुख विपक्षी नेता शामिल होंगे।
- यह यात्रा 65 लाख मतदाताओं के नाम हटाए जाने के खिलाफ है।
- भाजपा पर लोकतंत्र को कमजोर करने के आरोप हैं।
- यात्रा 16 दिनों तक चलेगी।
पटना, 16 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। 'वोट चोरी' और बिहार में विशेष मतदाता पुनरीक्षण (एसआईआर) के खिलाफ लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव रविवार को बिहार के सासाराम में 'वोटर अधिकार यात्रा' का आयोजन करेंगे।
इस यात्रा के संदर्भ में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि 16 दिनों तक चलने वाली इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य लोगों के वोट के अधिकारों की रक्षा करना है।
राजद नेता ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बताया कि सासाराम से शुरू हो रही 'वोटर अधिकार यात्रा' का लक्ष्य मतदाता अधिकारों की सुरक्षा और 'वोट चोरी' के खिलाफ जन जागरूकता फैलाना है। इस यात्रा में राहुल गांधी और तेजस्वी प्रसाद यादव जैसे प्रमुख विपक्षी नेता शामिल होंगे।
उन्होंने कहा कि यह यात्रा न केवल बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जनता को जागरूक करने का प्रयास है, बल्कि यह लोकतंत्र, संविधान और 'एक व्यक्ति, एक वोट' के सिद्धांत को मजबूत करने की लड़ाई भी है।
उन्होंने एसआईआर प्रक्रिया के तहत मतदाता सूची से 65 लाख मतदाताओं के नाम हटाए जाने के आरोप को दोहराया।
राजद प्रवक्ता ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग यह बताने के लिए तैयार नहीं है कि किस आधार पर वोट काटे गए।
उन्होंने बिहार को लोकतंत्र की जननी बताते हुए भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना था कि भाजपा बिहार में लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश कर रही है, लेकिन तेजस्वी यादव के नेतृत्व में इस साजिश का विरोध हो रहा है। उन्हें देशभर के नेताओं का समर्थन मिल रहा है, क्योंकि लोग मान चुके हैं कि भाजपा ने 'वोट चोरी' के जरिए सत्ता हासिल की है। यह केवल वोट की चोरी नहीं, बल्कि अधिकारों पर डाका है, जिससे भाजपा की छवि देशभर में खराब हो रही है।
उन्होंने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के उस बयान का जवाब दिया, जिसमें उन्होंने तेजस्वी यादव और राहुल गांधी के बारे में कहा था कि दोनों नेता जेल जाएंगे। राजद प्रवक्ता ने कहा कि जब सत्ता बदलेगी, तब वे खुद जेल जाएंगे।
उन्होंने दावा किया कि एनडीए के कुछ नेता जूते पहनकर तिरंगा लहरा रहे थे। यादव ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर भी निशाना साधा।