क्या ‘वोटर अधिकार यात्रा’ बीच में पंचर हो जाती, अगर नीतीश कुमार ने अच्छी सड़कें नहीं बनाई होती?

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क्या ‘वोटर अधिकार यात्रा’ बीच में पंचर हो जाती, अगर नीतीश कुमार ने अच्छी सड़कें नहीं बनाई होती?

सारांश

बिहार के सासाराम में राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के संदर्भ में अशोक चौधरी ने नीतीश कुमार की सड़कों का जिक्र किया। क्या इस यात्रा का कोई वास्तविक लाभ है?

Key Takeaways

  • राहुल गांधी की यात्रा का मुख्य उद्देश्य मतदाता जागरूकता है।
  • नीतीश कुमार की सड़कें यात्रा की सफलता में महत्वपूर्ण हैं।
  • चौधरी का मानना है कि यात्रा का कोई ठोस लाभ नहीं होगा।
  • बिहार की जनता ने नीतीश और एनडीए के प्रति वफादारी दिखाई है।
  • कांग्रेस को राजद के पीछे चलने से कोई लाभ नहीं मिलेगा।

पटना, 17 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के सासाराम में रविवार से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा ‘वोटर अधिकार यात्रा’ की शुरुआत की जा रही है। इस यात्रा पर प्रदेश सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने चुटकी लेते हुए कहा कि राहुल गांधी को सबसे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का धन्यवाद देना चाहिए, जिन्होंने बिहार में उत्तम सड़कों का निर्माण किया। इन्हीं सड़कों पर होकर राहुल गांधी यात्रा करेंगे।

चौधरी ने मजाक उड़ाते हुए कहा कि राहुल गांधी, तेजस्वी यादव के साथ यात्रा कर रहे हैं; उन्हें यह समझना चाहिए कि यदि सड़कें अच्छी नहीं होतीं, तो उनकी 1300 किलोमीटर की यात्रा 100 किलोमीटर में ही रुक जाती। अगर नीतीश कुमार मुख्यमंत्री न होते, तो राहुल की गाड़ी का टायर और हैंडल पंचर हो जाता, और वे 1300 किलोमीटर तो दूर, 100 किलोमीटर में ही भाग खड़े होते।

वोटर अधिकार यात्रा’ को लेकर चौधरी ने कहा कि इस यात्रा का कोई ठोस लाभ नहीं होगा। राहुल गांधी को इस यात्रा के लिए शुभकामनाएं, आपसी प्यार बना रहना चाहिए, लेकिन कांग्रेस को राजद के पीछे चलने से कोई लाभ नहीं मिलेगा।

उन्होंने बताया कि कांग्रेस की विचारधारा राजद से बेहतर है, और यदि कांग्रेस पहले सक्रिय होती, तो बिहार में राजद का प्रभाव नहीं बढ़ता और कांग्रेस को बड़ा स्थान मिलता।

नीतीश कुमार की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने बिहार को अपना परिवार माना है और न्याय के साथ विकास का मॉडल अपनाया है।

हर घर तक बिजली और पानी पहुंचाने का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार उन लोगों के लिए भी काम करती है जो उन्हें वोट नहीं देते। इसलिए, वोट चोरी का आरोप बेमानी है।

चौधरी ने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में संविधान खतरे में होने का नारा देकर वोट हासिल करने की कोशिश की गई, लेकिन बिहार की 70 प्रतिशत जनता नीतीश और एनडीए के साथ है। इस बार जनता उनके बहकावे में नहीं आएगी।

चुनाव आयोग की प्रेस वार्ता पर उन्होंने कहा कि विपक्ष, विशेष रूप से राहुल गांधी और उनकी ‘वोटर अधिकार यात्रा’ से जुड़े लोग, महाराष्ट्र के मुद्दे पर बोलते हैं और संसद को नहीं चलने देते। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के बयान का हवाला देते हुए कहा कि कोर्ट ने भी अपनी बात स्पष्ट कर दी है। चौधरी ने कहा कि चुनाव आयोग ने आश्वासन दिया है कि एक भी वोटर को मतदाता सूची से बाहर नहीं किया जाएगा।

Point of View

यह यात्रा न केवल राजनीति के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह दर्शाती है कि कैसे विपक्ष अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए प्रयास कर रहा है। समय के साथ, यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता इस यात्रा को कैसे स्वीकार करती है।
NationPress
17/08/2025

Frequently Asked Questions

राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ का उद्देश्य क्या है?
इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य मतदाताओं के अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाना है।
अशोक चौधरी ने राहुल गांधी की यात्रा पर क्या टिप्पणी की?
अशोक चौधरी ने कहा कि अगर नीतीश कुमार ने सड़कें नहीं बनाई होतीं, तो यात्रा अधूरी रह जाती।
क्या इस यात्रा का कोई लाभ होगा?
अशोक चौधरी का मानना है कि इस यात्रा का कोई ठोस लाभ नहीं होगा।
नीतीश कुमार की सरकार के बारे में क्या कहा गया?
चौधरी ने नीतीश कुमार की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने बिहार को अपना परिवार माना है।
क्या बिहार की जनता इस बार विपक्ष के बहकावे में आएगी?
चौधरी ने कहा कि बिहार की 70 प्रतिशत जनता नीतीश और एनडीए के साथ है और इस बार विपक्ष के बहकावे में नहीं आएगी।