क्या कांग्रेस लोकतंत्र बचाने के लिए रैली कर रही है? महासचिव केसी वेणुगोपाल
सारांश
Key Takeaways
- रैली में लाखों लोगों का शामिल होना
- लोकतंत्र की रक्षा का उद्देश्य
- 'वोट चोरी' के खिलाफ जागरूकता
- भाजपा के खिलाफ राजनीतिक लड़ाई
- कांग्रेस के सीनियर नेताओं की उपस्थिति
नई दिल्ली, 14 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस पार्टी रविवार को राष्ट्रीय राजधानी के रामलीला मैदान में एक विशाल रैली का आयोजन करेगी, जिसमें कथित 'वोट चोरी' और एसआईआर मुद्दे पर अपने अभियान को और तेज किया जाएगा। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी के रैली को संबोधित करने की उम्मीद है। कांग्रेस पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए लाखों लोग इस रैली में हिस्सा ले रहे हैं।
केसी वेणुगोपाल ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बताया कि कांग्रेस लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए अडिग रहेगी। यह रैली भाजपा के खिलाफ तो है, लेकिन असल में यह 'वोट चोरी' के खिलाफ है। यह लोकतंत्र को संरक्षित करने के लिए आयोजित की जा रही है।
उन्होंने दावा किया कि इस रैली में लाखों लोग शामिल हो रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कर्नाटक, महाराष्ट्र, हरियाणा और बिहार में 'वोट चोरी' हुई है। लोगों के मन में यह बात स्पष्ट है कि वोट चोरी की गई है।
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, "शनिवार शाम से दिल्ली की सड़कें, होटल और गलियां सब भरी पड़ी हैं। जिस उत्साह के साथ लोग यहाँ आए हैं, वो लोकतंत्र की रक्षा और संविधान के लिए है। वे एक मिशन के तहत आए हैं, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी तो देश की स्वतंत्रता की लड़ाई में अंग्रेजों के साथ थी। कांग्रेस ने जेल भरे, फांसी के फंदे चूमे, जुल्म सहा और देश को आजाद कराया। फिर भीमराव अंबेडकर ने जवाहरलाल नेहरू और राजेंद्र प्रसाद के साथ मिलकर संविधान बनाया। उसमें सबसे बहुमूल्य रत्न 'वोट का अधिकार' था। भाजपा उसी की चोरी कर रही है।"
तिवारी ने कहा कि रविवार को जो शंखनाद होने जा रहा है, वह भारत की जनता का है कि हम वोट चोरी नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा के बाद बिहार के चुनावों में 'वोट चोरी' नहीं, बल्कि 'डकैती' हुई।
गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी की यह रैली हाल के बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद हो रही है। राहुल गांधी और कांग्रेस ने बिहार चुनाव से पहले इसे मुद्दा बनाया था। हालांकि, बिहार चुनाव में हार के बावजूद कांग्रेस पार्टी 'वोट चोरी' के मुद्दे को लेकर आगे बढ़ रही है। रविवार को होने वाली रैली में प्रियंका गांधी वाड्रा, जयराम रमेश और सचिन पायलट जैसे सीनियर नेता हिस्सा लेने वाले हैं। कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी के भी मौजूद रहने की संभावना है।