क्या लोकतंत्र को बचाने के लिए देश के युवा निकल पड़े हैं?

सारांश
Key Takeaways
- चुनाव आयोग का 'वोट चोरी' के आरोपों पर निराधारण बयान
- सुरेंद्र राजपूत द्वारा ओटीपी और अन्य विवरणों की मांग
- युवाओं का लोकतंत्र की रक्षा में सक्रियता
लखनऊ, 19 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के 'वोट चोरी' के आरोपों को चुनाव आयोग ने निराधार बताया है। इस मुद्दे पर कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने चुनाव आयोग पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि हमने स्पष्ट किया है कि 'वोट चोरी' की निचली कोशिश हुई है और इसीलिए हमने ओटीपी का रिकॉर्ड, नाम, मोबाइल नंबर और आईपी एड्रेस भी मांगे हैं, लेकिन ये अब तक हमें नहीं मिले हैं।
सुरेंद्र राजपूत ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "यह कैसे निराधार है? हमने 'वोट चोरी' की कोशिश का आरोप लगाया है। हम चाहते हैं कि ओटीपी की ट्रेल दी जाए। मोबाइल नंबर या आईपी एड्रेस हमें दें, लेकिन वे इसे देने से मना कर रहे हैं। 18-18 पत्र कर्नाटक की सीआईडी ने लिखे हैं। 9-9 पत्र कर्नाटक के मुख्य चुनाव आयुक्त को भेजे गए हैं। फिर भी, वे ट्रेल नहीं दे रहे हैं। किसको बचा रहे हैं?"
उन्होंने कहा, "हमने तो कहा है कि 'वोट चोरी' की कोशिश हुई है। 6,058 लोगों के वोट डिलीट करने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया गया। जब उनसे पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि हमने ऐसा नहीं किया। कौन सा कॉल सेंटर है? कौन सा सॉफ्टवेयर है? सीआईडी की जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं, तो यह माना जाएगा कि आप लोकतंत्र के चोरों की रक्षा कर रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "चुनाव आयोग और ज्ञानेश गुप्ता को सात दिनों के अंदर पत्र देना होगा। अब उनकी जुमलेबाजी नहीं चलेगी। लोकतंत्र को बचाने के लिए देश के युवाओं, नौजवानों और किसानों ने मोर्चा संभाल लिया है। यह यात्रा रुकेगी नहीं।"
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के 'सभी मंदिरों, मस्जिदों और चर्चों में हर हफ्ते राष्ट्रगान बजाने' के बयान पर कांग्रेस के प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने कहा, "धीरेंद्र शास्त्री को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी आरएसएस शाखाओं में राष्ट्रगान गाया जाए, यह बेहतर होगा। उसके बाद ही उन्हें इस प्रकार के बयान देने चाहिए।"
सीडीएस जनरल अनिल चौहान के बयान पर सुरेंद्र राजपूत ने कहा, "सेना अपनी रणनीति बनाती है, और उसका पूरा समर्थन कांग्रेस और देशवासी करते हैं। सेना ने रात को हमला किया या दिन में, हम सेना पर सवाल नहीं उठाएंगे। सेना अपने रणनीतिक कौशल और व्यावसायिक दक्षता के लिए जानी जाती है। हमें अपनी सेना पर गर्व है और पूर्ण विश्वास है।"