क्या सैम पित्रोदा ने राहुल के 'वोट चोरी' के आरोपों का समर्थन किया है?

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- सैम पित्रोदा ने उनका समर्थन किया है।
- ईवीएम में गड़बड़ी की संभावना पर चर्चा हो रही है।
- राजनीतिक दलों को एकजुट होकर अपनी आवाज उठानी चाहिए।
- युवाओं को लोकतंत्र की रक्षा के लिए सक्रिय होना चाहिए।
नई दिल्ली, 19 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के 'वोट चोरी' के आरोपों को लेकर लगातार चुनाव आयोग पर प्रश्न उठाए जा रहे हैं। इस समीकरण में, इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा ने राहुल गांधी के आरोपों का समर्थन करते हुए चुनाव आयोग से कई प्रश्न पूछे। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की बातें बिल्कुल सही हैं, लेकिन वे इस लड़ाई में अकेले नहीं रह सकते।
सैम पित्रोदा ने राष्ट्र प्रेस के साथ एक विशेष संवाद में कहा, "चुनाव हमारे जैसे बुजुर्गों से ज्यादा आने वाली पीढ़ियों को प्रभावित करते हैं। राहुल गांधी के विचार सच्चे हैं, लेकिन वे अकेले नहीं लड़ सकते। वे अपने विचार साझा करते हैं, जबकि अन्य चुप रहते हैं। अगर हमें विश्वास है, तो हमें एकजुट होकर अपनी आवाज उठानी चाहिए। सभी राजनीतिक दलों, कांग्रेस के नेताओं, युवा नेताओं, सिविल सोसाइटी, वकीलों और अन्य को अपनी आवाज बुलंद करनी चाहिए।"
उन्होंने राहुल गांधी की प्रेस कांफ्रेंस का उल्लेख करते हुए कहा, "राहुल गांधी ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में बताया है कि क्या हो रहा है और हमारे जैसे नेता सालों से यह कह रहे हैं कि ईवीएम में कुछ तो गड़बड़ है। अब राहुल गांधी ने इसके खिलाफ आवाज उठाई है और हमें उनका समर्थन करना चाहिए।"
उन्होंने राहुल गांधी के जेन-जी से लोकतंत्र की रक्षा करने की अपील का समर्थन किया। उन्होंने कहा, "मैं भारत के युवाओं से आग्रह करता हूँ कि वे राहुल गांधी की एकल आवाज में अपनी आवाज मिलाएं।"
राहुल गांधी की प्रशंसा करते हुए पित्रोदा ने उन्हें 'चमकदार, ऊर्जावान युवा' कहा। उन्होंने कहा, "भाजपा और अन्य दल उन्हें गलत तरीके से प्रस्तुत करते हैं। राहुल गांधी बहुत पढ़े-लिखे हैं, वे भारत पर विश्वास करते हैं और हमारी युवा पीढ़ी के भविष्य में यकीन रखते हैं। अंततः, लोग यह समझने लगे हैं कि राहुल गांधी भविष्य के सही नेता हैं। आज हमें एक ऐसे वैश्विक नेता की जरूरत है, जिसका नैतिक आधार मजबूत हो।