क्या लखनऊ बनेगा स्टार्टअप हब? जल्द होगा बायोटेक पार्क और साइंस म्यूजियम: डॉ. जितेंद्र सिंह

सारांश
Key Takeaways
- लखनऊ एक नया स्टार्टअप हब बनने जा रहा है।
- बायोटेक पार्क का निर्माण जल्द ही शुरू होगा।
- साइंस म्यूजियम का उद्देश्य विज्ञान शिक्षा को बढ़ावा देना है।
- लखनऊ में नवाचार के लिए अपार संभावनाएं हैं।
- सीएम योगी का सहयोग स्टार्टअप्स के विकास में महत्वपूर्ण है।
लखनऊ, १५ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित सीएसआईआर स्टार्टअप कॉन्क्लेव 2025 के समापन समारोह में केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि लखनऊ जल्द ही एक स्टार्टअप हब के रूप में उभरेगा। यहाँ जल्दी बायोटेक पार्क और साइंस म्यूजियम भी स्थापित किए जाएंगे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने हमेशा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भरपूर समर्थन पाया है और उप्र में वैज्ञानिकों को हमेशा मुख्यमंत्री का मार्गदर्शन मिला है। जिस तरह हैदराबाद और दक्षिण भारत के अन्य शहरों ने स्टार्टअप्स में तरक्की की है, उसी तरह लखनऊ में भी अपार संभावनाएं हैं। लखनऊ से मिंट की गोली पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हुई और सीएम योगी के सहयोग से साहिबाबाद स्थित सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड, जो पहले घाटे में था, अब महज दो साल में लाभकारी संस्थान बन गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि 1977 में इसी राज्य में भारत का पहला सोलर सेल बनाया गया था और अब लखनऊ में नया बायोटेक्नोलॉजी पार्क और साइंस म्यूजियम भी स्थापित किया जाएगा। इसके अलावा, लखनऊ में स्थित देश का सबसे पुराना बॉटेनिकल गार्डन और स्वास्तिक लोटस गार्डन, जिसमें विश्वभर के कमल के फूल लगाए गए हैं, भविष्य में एक बड़े पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो सकता है।
जितेंद्र सिंह ने कहा कि सीडीआई में कैंसर और फैटी लिवर पर दवाइयां खोजी गई हैं। लखनऊ सिर्फ इमामबाड़ा और भूलभुलैया का शहर नहीं है, बल्कि ये संस्थान भी लखनऊ की पहचान हैं। उन्होंने कहा कि लखनऊ में एक नया बायोटेक्नोलॉजी इंडस्ट्रियल पार्क बनाने की योजना है और एक साइंस म्यूजियम भी यहाँ स्थापित किया जाएगा। अब हम वन थीम वन वीक की शुरुआत कर रहे हैं।