क्या लखनऊ यूनिट से रवाना होगी ब्रह्मोस की पहली खेप, स्वदेशी रक्षा उत्पादन को मिलेगी नई उड़ान?

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क्या लखनऊ यूनिट से रवाना होगी ब्रह्मोस की पहली खेप, स्वदेशी रक्षा उत्पादन को मिलेगी नई उड़ान?

सारांश

लखनऊ में ब्रह्मोस मिसाइलों की पहली खेप का फ्लैग ऑफ समारोह एक मील का पत्थर है। यह न केवल उत्तर प्रदेश की रक्षा उत्पादन क्षमता को बढ़ाएगा, बल्कि आत्मनिर्भरता की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम होगा। जानें इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के बारे में।

Key Takeaways

  • ब्रह्मोस मिसाइलों का उत्पादन आत्मनिर्भरता के लिए महत्वपूर्ण है।
  • लखनऊ की यूनिट रक्षा उत्पादन में नई संभावनाएं खोल रही है।
  • यह कार्यक्रम रोजगार के नए अवसर सृजित करेगा।
  • भारतीय सेना की आवश्यकताओं को पूरा करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
  • यह वैश्विक बाजार में भारत की स्थिति को मजबूत करेगा।

लखनऊ, १७ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ आज रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में नया इतिहास रचने जा रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरोजिनी नगर स्थित ब्रह्मोस एयरोस्पेस यूनिट से तैयार की गई ब्रह्मोस मिसाइलों के पहले बैच का फ्लैग ऑफ करेंगे। यह दिन न केवल उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (यूपीडीआईसी) के लिए मील का पत्थर साबित होगा, बल्कि भारत की रक्षा उत्पादों में आत्मनिर्भरता के संकल्प को भी नई ऊर्जा प्रदान करेगा।

ब्रह्मोस एयरोस्पेस, जो विश्व की सबसे तेज और घातक सटीक प्रहार क्षमता वाली 'ब्रह्मोस' सुपरसोनिक मिसाइल प्रणाली का निर्माण करती है, ने लखनऊ की नई इंटीग्रेशन एंड टेस्ट सुविधा से मिसाइल सिस्टम की पहली खेप सफलतापूर्वक तैयार कर ली है। यह अत्याधुनिक यूनिट ११ मई को उद्घाटन के बाद पूरी तरह संचालन में आई थी। यहां मिसाइल इंटीग्रेशन, टेस्टिंग और अंतिम गुणवत्ता परीक्षण की सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। सफल परीक्षण के बाद मिसाइलें भारतीय सशस्त्र बलों के लिए तैनाती के लिए तैयार की जाती हैं।

कार्यक्रम के दौरान रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री बूस्टर भवन का उद्घाटन करेंगे तथा बूस्टर डॉकिंग प्रक्रिया का प्रदर्शन भी देखेंगे। इसी क्रम में एयरफ्रेम और एवियोनिक्स, वारहेड भवन में पीडीआई (प्री डिस्पैच इंस्पेक्शन) तथा ब्रह्मोस सिम्युलेटर उपकरणों का प्रेजेंटेशन किया जाएगा। इसके अलावा इस अवसर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम, स्टोरेज ट्रॉली प्रदर्शन, जीएसटी बिल प्रस्तुतीकरण और मोबाइल ऑटोनमस लॉन्चर का प्रदर्शन भी आयोजित होगा। कार्यक्रम के दौरान डीजी (ब्रह्मोस) डॉ. जयतीर्थ आर. जोशी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक चेक और जीएसटी बिल सौंपेंगे, जिससे राज्य सरकार को राजस्व प्राप्त होगा।

ब्रह्मोस मिसाइलों के उत्पादन से उत्तर प्रदेश को निरंतर जीएसटी आय प्राप्त होगी और उच्च कौशल वाले युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। सरोजिनी नगर के भटगांव स्थित अत्याधुनिक ब्रह्मोस यूनिट उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरिडोर की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है। यहां मिसाइलों के असेंबली, इंटीग्रेशन और टेस्टिंग का कार्य उच्च तकनीकी मानकों के अनुरूप किया जाता है। इस यूनिट से पहली खेप के रवाना होने के साथ ही प्रदेश ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ के अभियान में एक सशक्त साझेदार बन गया है।

लखनऊ ब्रह्मोस यूनिट उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरिडोर की पहली ऐसी सुविधा है, जहां मिसाइल सिस्टम के निर्माण से लेकर अंतिम परीक्षण तक की पूरी प्रक्रिया देश में ही की जाती है। यह परियोजना न केवल रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि प्रदेश में रोजगार, निवेश और तकनीकी नवाचार के नए अवसर भी सृजित कर रही है।

एक अधिकारी ने बताया कि ब्रह्मोस एयरोस्पेस ने भारतीय सशस्त्र बलों की बढ़ती आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अपनी उत्पादन क्षमता में तेजी से विस्तार किया है। लखनऊ का यह मैन्युफैक्चरिंग सेंटर न केवल भारतीय सेना की आवश्यकताओं को समयबद्ध रूप से पूरा करेगा, बल्कि आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय निर्यात बाजार की मांगों को भी पूरा करने में सक्षम होगा।

लखनऊ में स्थापित यह समर्पित ब्रह्मोस यूनिट उत्तर प्रदेश को भारत के अगले एयरोस्पेस और रक्षा विनिर्माण हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यहां विकसित की जा रही अत्याधुनिक तकनीकें भविष्य में ब्रह्मोस एयरोस्पेस को और भी उन्नत वेरिएंट के मिसाइल सिस्टम विकसित करने में मदद करेंगी।

Point of View

बल्कि पूरे देश के लिए आत्मनिर्भरता और उन्नति का संकेत है। भारत की रक्षा उत्पादन क्षमता में वृद्धि से न केवल रोजगार सृजन होगा, बल्कि वैश्विक बाजार में भी हमारी स्थिति मजबूत होगी।
NationPress
18/10/2025

Frequently Asked Questions

ब्रह्मोस मिसाइल क्या है?
ब्रह्मोस मिसाइल एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है जो उच्च गति और सटीकता के लिए जानी जाती है।
ब्रह्मोस के उत्पादन का क्या महत्व है?
यह भारत की रक्षा क्षमता को मजबूत करेगा और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।
लखनऊ में ब्रह्मोस यूनिट क्यों स्थापित की गई है?
यह भारत के रक्षा विनिर्माण हब के रूप में लखनऊ की पहचान बढ़ाने के लिए स्थापित की गई है।
इस कार्यक्रम से किसे लाभ होगा?
यह कार्यक्रम उच्च कौशल युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर और राज्य सरकार के लिए राजस्व बढ़ाएगा।
क्या यह कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी महत्व रखता है?
हां, यह भारत की रक्षा उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने में मदद करेगा।