क्या उज्जैन के नागदा में फसल खरीदी के नाम पर 5 करोड़ की ठगी हुई?

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क्या उज्जैन के नागदा में फसल खरीदी के नाम पर 5 करोड़ की ठगी हुई?

सारांश

उज्जैन के नागदा में किसानों के साथ 5 करोड़ की ठगी का मामला, तीन आरोपी गिरफ्तार। क्या किसान अब सुरक्षित रहेंगे? जानें पूरी कहानी!

Key Takeaways

  • किसानों को ठगी का शिकार बनाया गया।
  • पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया।
  • किसानों के हक की रक्षा के लिए कार्रवाई जारी है।
  • धोखाधड़ी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
  • किसानों को लिखित अनुबंध की सलाह दी गई है।

उज्जैन, 18 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उज्जैन जिले के नागदा में किसानों के साथ फसल खरीदी के नाम पर करीब 5 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का चौकाने वाला मामला उजागर हुआ है। नागदा पुलिस ने इस धोखाधड़ी के गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक मकान, प्लॉट और दो वाहनों सहित करोड़ों रुपये की संपत्ति जब्त की।

इस कार्रवाई को पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा के मार्गदर्शन और नगर पुलिस अधीक्षक नागदा के निर्देशन में अंजाम दिया गया। जांच में पता चला कि आरोपियों ने नागदा, महिदपुर, खाचरोद, उन्हेल और जावरा क्षेत्र के सैकड़ों किसानों से सोयाबीन और अन्य फसलों की खरीदी के नाम पर ठगी की।

गिरफ्तार आरोपियों में सौरभ मोदी, जो श्रीराम कॉलोनी, नागदा के निवासी हैं, राजेश धाकड़, जो बनवाड़ा के रहने वाले हैं, और छग्गू उर्फ पुखराज गुर्जर, जो राम सहाय मार्ग, नागदा के निवासी हैं, शामिल हैं। इनके खिलाफ थाना नागदा में अपराध क्रमांक 481/2025 के तहत भारतीय दंड संहिता की धारा 318(4), 316(2), 316(5) और 3(5) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने किसानों से फसलें खरीदीं, लेकिन भुगतान करने के बजाय ठगी की रकम से मकान, प्लॉट, आभूषण और वाहन खरीद लिए। जब किसान भुगतान मांगने पहुंचे, तो आरोपी झूठे आश्वासन देते रहे।

पुलिस ने आरोपियों के पास से एक मकान, जिसकी कीमत करीब 1 करोड़ रुपए, एक प्लॉट, जिसकी कीमत लगभग 30 लाख रुपए, एक बोलेरो पिकअप और एक टाटा टियागो कार जब्त की है। इन संपत्तियों को न्यायालय के आदेश से कुर्क कर नीलामी की जाएगी, और प्राप्त राशि से किसानों को उनकी मेहनत की कमाई लौटाई जाएगी।

पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने कहा कि किसानों की समस्याओं को गंभीरता से लिया जा रहा है। कई किसानों ने शिकायत की थी कि व्यापारियों ने उनकी फसलें खरीदीं, लेकिन 4 से 5 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया।

नागदा पुलिस ने बताया कि जांच अभी जारी है और अन्य विभागों के साथ मिलकर ठगी से अर्जित संपत्तियों की पूरी जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस का कहना है कि किसानों की मेहनत की कमाई पर डाका डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में और भी आरोपियों के शामिल होने की आशंका है। पुलिस ने किसानों से अपील की है कि वे फसल बेचते समय लिखित अनुबंध करें और भुगतान की पुष्टि सुनिश्चित करें।

Point of View

बल्कि यह कृषि क्षेत्र में विश्वास को भी कमजोर करती है। हमें इस विषय पर गहरी सोचने की आवश्यकता है।
NationPress
18/10/2025

Frequently Asked Questions

नागदा में ठगी के आरोपियों की पहचान क्या है?
गिरफ्तार आरोपियों में सौरभ मोदी, राजेश धाकड़ और छग्गू उर्फ पुखराज गुर्जर शामिल हैं।
पुलिस ने ठगी से कितनी संपत्ति जब्त की है?
पुलिस ने एक मकान, प्लॉट और दो वाहनों सहित करोड़ों रुपये की संपत्ति जब्त की है।
किसानों को भुगतान क्यों नहीं किया गया?
आरोपियों ने किसानों से फसलें खरीदीं, लेकिन भुगतान करने के बजाय ठगी की रकम से संपत्तियां खरीदीं।
क्या अन्य आरोपियों की भी तलाश की जा रही है?
हाँ, पुलिस का कहना है कि इस मामले में और भी आरोपियों के शामिल होने की आशंका है।
किसानों को क्या सलाह दी गई है?
पुलिस ने किसानों से अपील की है कि वे फसल बेचते समय लिखित अनुबंध करें और भुगतान की पुष्टि सुनिश्चित करें।