क्या लखनऊ में परीक्षा के दौरान कक्षा छह के छात्र की अचानक मौत हुई? कार्डियक अरेस्ट की आशंका
सारांश
Key Takeaways
- लखनऊ में कक्षा 6 के छात्र की परीक्षा के दौरान मौत हुई।
- बेसुध होने के बाद छात्र को अस्पताल ले जाया गया।
- डॉक्टरों ने उसे बचाने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली।
- छात्र की जेब से मिर्गी की दवाइयां मिलीं।
- पुलिस घटना की जांच कर रही है।
लखनऊ, 5 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के लखनऊ के एक विद्यालय में शुक्रवार को परीक्षा दे रहे कक्षा छह के एक छात्र की अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। यह घटना उस समय घटी जब छात्र अपनी उत्तरपुस्तिका जमा कर कक्षा से बाहर निकल रहा था। अचानक बेहोश होकर गिरने के बाद उसे तुरंत महानगर के एक अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने लगभग आधे घंटे तक प्रयास किए, लेकिन छात्र को बचाया नहीं जा सका।
इस घटना पर स्कूल प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान शाम तक नहीं आया था। विकासनगर निवासी संदीप सिंह का 12 वर्षीय पुत्र एक स्कूल में कक्षा 6 का छात्र था। शुक्रवार को उसकी अंग्रेजी की परीक्षा थी। स्कूल के कर्मचारियों ने बताया कि परीक्षा समाप्त करने के बाद वह क्लासरूम से बाहर पानी पीने के लिए निकला और अचानक बेहोश होकर गिर पड़ा। आसपास मौजूद शिक्षक और स्टाफ उसे उठाने पहुंचे, तब तक वह अचेत हो चुका था। स्कूल के स्टाफ ने मौके पर ही सीपीआर देने का प्रयास किया, लेकिन उसकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ।
उसे तुरंत भाऊराव देवरस सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनीष शुक्ला ने बताया कि छात्र की स्थिति गंभीर थी। डॉक्टरों की टीम ने सीपीआर और अन्य उपाय किए, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।
डॉक्टरों के अनुसार, छात्र की जेब से दो दवाइयों की गोलियां मिली हैं, जो सामान्यतः मिर्गी के उपचार में दी जाती हैं। घटना की सूचना पुलिस को दे दी गई है। घटना की जानकारी मिलने पर छात्र के परिजन भी अस्पताल पहुंचे, लेकिन उन्होंने किसी प्रकार की शिकायत दर्ज कराने से इनकार किया और शव को लेकर घर चले गए।
स्कूल की प्रधानाचार्य जीनू अब्राहम ने बताया कि अमेय ने परीक्षा समाप्त करने के बाद उत्तरपुस्तिका जमा की और फिर अपनी सीट पर ही बेहोश होकर गिर पड़ा। शिक्षकों ने तुरंत उसकी मदद की, सीपीआर देकर होश में लाने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
स्कूल प्रबंधन के मुताबिक, बच्चे की स्थिति संदिग्ध लग रही है, लेकिन परिजनों ने किसी पर आरोप नहीं लगाया है। बताया गया कि छात्र पहले से न्यूरोलॉजिकल इलाज ले रहा था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।