क्या मां ने अपनी बेटी की जान सिर्फ इसलिए ली कि वह मराठी नहीं बोलती थी?
सारांश
Key Takeaways
- मां की मानसिक स्थिति पर सवाल उठता है।
- बच्चों की बोलने की क्षमता का समझना आवश्यक है।
- पुलिस ने गंभीरता से मामले की जांच की।
मुंबई, 27 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। नवी मुंबई के कलंबोली से एक अत्यंत शोकपूर्ण घटना की जानकारी सामने आई है। एक मां ने अपनी छह साल की बेटी की जान ले ली क्योंकि वह मराठी में बात नहीं कर पाती थी। इस मामले में पुलिस ने मां को गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार, कलंबोली सेक्टर-1 की गुरुसंकल्प हाउसिंग सोसायटी में एक मां ने अपनी मासूम बेटी का गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद मां ने कहानी बनाने की कोशिश की कि बच्ची की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है, लेकिन पुलिस ने शक के आधार पर मृतक लड़की का पोस्टमॉर्टम करवाया। इसमें यह सामने आया कि बच्ची की जान सांस की नली अवरोध के कारण गई है। इसके बाद मां से कड़ी पूछताछ की गई, जिससे यह सच सामने आया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, गुरुसंकल्प सोसायटी में एक आईटी इंजीनियर और उसकी पत्नी रहते थे। उनका विवाह वर्ष 2017 में हुआ था और 2019 में उन्हें एक बेटी हुई। हालांकि, बच्ची को बोलने में परेशानी थी और वह अधिकतर हिंदी में बात करती थी, जिससे मां हमेशा नाखुश रहती थी। इस पर पत्नी ने कई बार अपने पति से कहा था, "मुझे ऐसी बच्ची नहीं चाहिए, वह ठीक से बोलती नहीं है।"
23 दिसंबर की रात मां ने बच्ची की हत्या करने का निर्णय लिया। उसी दिन नानी बच्ची से मिलने आई थीं, लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो सकी। पति के घर लौटने पर जब बच्ची नहीं जागी तो उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां पहले दिल का दौरा पड़ने की कहानी तैयार की गई।
हालांकि, कलंबोली पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक राजेंद्र कोते को मामला संदिग्ध लगा, जिसके चलते उन्होंने पोस्टमॉर्टम की विशेष मांग की। रिपोर्ट में श्वसन मार्ग अवरुद्ध होने के संकेत मिले। इसके बाद माता-पिता से पूछताछ की गई। करीब छह घंटे की पूछताछ के बाद मां ने बच्ची की हत्या करने की बात कबूल कर ली। इस मामले में पुलिस ने आरोपी मां को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही, यह भी पता चला कि महिला का इलाज मनोचिकित्सक के पास चल रहा था।