क्या मध्य प्रदेश सरकार की 'सुपर 100 योजना' प्रतिभाशाली छात्रों को उत्कृष्ट संस्थानों में प्रवेश दिलाने में सफल है?

सारांश
Key Takeaways
- सुपर 100 योजना से छात्रों को निशुल्क कोचिंग मिलती है।
- छात्रों को आवासीय सुविधाएं भी प्रदान की जाती हैं।
- इस योजना में कक्षा 10वीं के छात्रों का चयन परीक्षा के माध्यम से किया जाता है।
- पिछले वर्ष, छात्रों को एम्स और आईआईटी में प्रवेश मिला है।
- इस साल आवेदन की अंतिम तिथि 26 जुलाई है।
भोपाल, २४ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के प्रतिभाशाली छात्रों को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के माध्यम से देश के श्रेष्ठ संस्थानों में प्रवेश प्राप्त करने के लिए सरकार ने सुपर 100 योजना शुरू की है।
इस योजना के तहत चयनित छात्रों को कोचिंग के साथ-साथ आवासीय सुविधाएँ भी प्रदान की जाती हैं। राज्य का स्कूल शिक्षा विभाग इस योजना के तहत प्रदेश के मेधावी बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए विशेष कोचिंग मुहैया कराता है। चयनित बच्चों को शासकीय सुभाष उच्च.मा.विद्यालय भोपाल और शासकीय मल्हार आश्रम उच्च.मा.विद्यालय इंदौर में निशुल्क कोचिंग व आवासीय सुविधा उपलब्ध कराई जाती है।
इस योजना के तहत पहले भी प्रदेश के कई बच्चों को इंजीनियरिंग, मेडिकल, लॉ और मैनेजमेंट से संबंधित कॉलेजों में प्रवेश मिल चुका है। बताया गया है कि सुपर 100 योजना में मेधावी विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग प्रदान की जाती है। इस योजना में प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में कक्षा १०वीं में अध्ययनरत विद्यार्थियों का चयन परीक्षा के माध्यम से किया जाता है।
इस वर्ष राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन २६ जुलाई तक किए जाएंगे। चयन प्रक्रिया के लिए ३ अगस्त को जेईई की परीक्षा पहली पाली में और नीट की परीक्षा दूसरी पाली में आयोजित की जाएगी। परीक्षा केंद्र प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों के उत्कृष्ट माध्यमिक विद्यालयों में बनाए गए हैं।
पिछले वर्ष इंदौर और भोपाल के सुभाष उच्च.मा.विद्यालय में लगभग ३०० विद्यार्थियों को निशुल्क कोचिंग और आवासीय सुविधा उपलब्ध कराई गई थी। चयनित बच्चों को छात्रावास की सुविधा, आधुनिक प्रयोगशाला, स्मार्ट एवं वर्चुअल क्लासेस और करियर काउंसलिंग जैसी सुविधाएं भी दी जाती हैं। सुपर 100 योजना के माध्यम से बच्चों को एम्स, आईआईटी सहित देशभर के कई कॉलेजों में प्रवेश मिला है। लोक शिक्षण संचालनालय का प्रयास है कि इस परीक्षा में अधिक से अधिक छात्र भाग लें ताकि उन्हें सुपर 100 योजना का लाभ मिल सके।