क्या मध्य प्रदेश के रायसेन में बच्ची से दुष्कर्म के आरोपी को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया?
सारांश
Key Takeaways
- मध्य प्रदेश में दुष्कर्म की घटना का बढ़ता ग्राफ
- पुलिस की तत्परता और कार्रवाई
- बच्ची की सुरक्षा और स्वास्थ्य
- आरोपी पर पहले से अपराध दर्ज
- समाज में सुरक्षा के मुद्दे
भोपाल, 28 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के रायसेन में एक मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म करने वाले आरोपी को पुलिस ने एक मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। घटना के लगभग एक हफ्ते बाद पुलिस ने आरोपी को भोपाल से पकड़ा। आरोपी के पैर में गोली लगने के कारण उसे फिलहाल अस्पताल में भर्ती किया गया है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी की पहचान सलमान के रूप में हुई है। वह कीरतनगर के पास एक छोटी पुलिस मुठभेड़ में घायल हुआ। अधिकारियों ने कहा कि सलमान की गिरफ्तारी मुठभेड़ से पहले हो चुकी थी, लेकिन जब उसे भोपाल से रायसेन ले जाया जा रहा था, उस दौरान आरोपी ने भागने की कोशिश की।
अधिकारियों के अनुसार, कीरतनगर गांव इलाके में पुलिस की गाड़ी का टायर पंचर हुआ था। इसी बीच, मौका पाकर आरोपी ने दरोगा की पिस्टल छीनी और भागने की कोशिश करते हुए पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू की। टीम ने जवाबी कार्रवाई करते हुए उसे घायल कर दिया। इस छोटी मुठभेड़ के बाद आरोपी को दोबारा पकड़ा गया, जिसका अभी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
रायसेन के एसपी आशुतोष गुप्ता ने राष्ट्र प्रेस को बताया कि जिले के गोहरगंज के पांजरा गांव में छह साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ था। आरोपी पीड़ित बच्ची के घर के पास ही रहता था। संभवतः इसी कारण बच्ची आरोपी के बहकावे में आई, जिसका फायदा उठाकर सलमान ने दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। एसपी के अनुसार, अभी बच्ची अस्पताल में भर्ती है, जहां उसका इलाज चल रहा है।
उन्होंने आगे बताया कि इस मामले में आरोपी सलमान फरार चल रहा था, जिसे पकड़ने के लिए कई पुलिस टीमें लगाई गईं। इसी बीच, पुलिस ने आरोपी सलमान पर 30 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया था। आरोपी कई दिनों से पुलिस को चकमा दे रहा था, इसलिए जांच का दायरा मध्य प्रदेश के कई जिलों तक बढ़ाया गया। गुरुवार देर रात पुलिस टीम को आरोपी सलमान के बारे में सूचना मिली थी, जिस पर तुरंत कार्रवाई की गई। इसी का परिणाम है कि आरोपी अब पुलिस की गिरफ्त में है।
एसपी आशुतोष गुप्ता ने बताया कि आरोपी पर पोक्सो का केस पहले से दर्ज है। अभी पुलिस टीम पर हमला करने के मामले में भी धाराएं जोड़ी गई हैं।