क्या मध्य प्रदेश के भाजपा दफ्तर में 2 घंटे बैठेंगे मंत्री और कार्यकर्ताओं की सुनेंगे बात?
सारांश
Key Takeaways
- मंत्री हर दिन 2 घंटे भाजपा कार्यालय में बैठेंगे।
- कार्यकर्ताओं की समस्याएं सुनने और समाधान करने का प्रयास होगा।
- संगठन और सत्ता के बीच बेहतर समन्वय स्थापित होगा।
- यह व्यवस्था कार्यकर्ताओं के लिए खुली है।
- सरकार समस्याओं का फॉलोअप करेगी।
भोपाल, 1 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी और मोहन यादव सरकार ने एक नई पहल शुरू करने का निर्णय लिया है। अब राज्य के मंत्री नियमित रूप से 2 घंटे भाजपा कार्यालय में बैठेंगे, जहाँ वे पार्टी कार्यकर्ताओं की समस्याएं सुनेंगे और उनका समाधान करेंगे।
भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल और मुख्यमंत्री मोहन यादव के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि मंत्री नियमित रूप से पार्टी कार्यालय में बैठेंगे। यह व्यवस्था सत्ता और संगठन के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने के लिए बनाई गई है। इसकी शुरुआत सोमवार को हुई, जब उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और मंत्री गौतम टेटवाल ने बैठक की।
उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल के विचार-विमर्श के बाद यह कदम उठाया गया है, ताकि संगठन और सत्ता दोनों का समन्वय बेहतर हो सके। मंत्रीगण हर दिन दोपहर 1 से 3 बजे तक पार्टी कार्यालय में बैठेंगे।
इस व्यवस्था से पूरे मध्य प्रदेश के कार्यकर्ता भोपाल आकर मंत्रियों से मिलना चाहेंगे। उनकी समस्याएं व्यक्तिगत और क्षेत्रीय दोनों हो सकती हैं। संगठन की दृष्टि से कोई समस्या होने पर कार्यकर्ता कार्यालय जाकर मंत्रियों से अपनी समस्याएं साझा कर सकेंगे। हम यह भी प्रयास करेंगे कि इन समस्याओं का समाधान संभवतः जल्दी किया जाए।
उप मुख्यमंत्री देवड़ा ने आगे कहा कि यह एक सराहनीय पहल है, जिससे कार्यकर्ताओं से संवाद बढ़ेगा। हम सभी समस्याओं को सूचीबद्ध करेंगे और यदि विभिन्न विभागों से संबंधित कोई मुद्दा है, तो हम उसका फॉलोअप भी करेंगे।