क्या मध्य प्रदेश में गौहरगंज में दुष्कर्म के मामले ने सांप्रदायिक तनाव को बढ़ाया?
सारांश
Key Takeaways
- दुष्कर्म की घटना ने इलाके में तनाव को बढ़ाया है।
- आरोपी विशेष समुदाय से जुड़ा है, जिससे स्थिति और जटिल हुई है।
- पुलिस की कार्रवाई में देरी ने गुस्से को जन्म दिया है।
- स्थानीय प्रशासन को सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।
- मुख्यमंत्री ने पुलिस की कार्रवाई पर नाराजगी जताई है।
रायसेन, 26 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में एक छह साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना ने इलाके में सांप्रदायिक तनाव को जन्म दे दिया है। जब लोगों को पता चला कि आरोपी एक विशेष समुदाय से है, तो उन्होंने अल्पसंख्यक इलाकों में घुसने का प्रयास किया।
पिछले पांच दिनों से चल रही कई टीमों की व्यापक तलाशी के बावजूद, पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने में नाकाम रही है। आरोपी की पहचान 23 वर्षीय सलमान के रूप में हुई है।
आरोपी की पहचान एक विशेष संप्रदाय से होने के कारण गौहरगंज में सांप्रदायिक तनाव और बढ़ गया।
बुधवार को, पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच, गौहरगंज के स्कूल परिसर में एक शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के बाद, युवाओं के एक समूह ने एक बस्ती में घुसने का प्रयास किया।
हालांकि, प्रदर्शन स्थल पर तैनात पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और उन्हें बस्ती की ओर बढ़ने से रोक दिया। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाकर्मियों पर पथराव किया, जिसके चलते पुलिस को हिंसक भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा।
पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) प्रशांत खरे ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और भोपाल सहित पड़ोसी जिलों से अतिरिक्त बल भी तैनात किया गया है।
इससे पहले, विभिन्न संगठनों से जुड़े बड़ी संख्या में कार्यकर्ता 'बंटोगे तो कटोगे' और 'जय श्री राम' जैसे नारे लिखे पोस्टर लेकर विरोध-प्रदर्शन में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने न केवल पुलिस की आरोपी को पकड़ने में असमर्थता पर, बल्कि व्यापक जनविरोध प्रदर्शन को संभालने में उसकी 'ढीली प्रतिक्रिया' पर भी गहरी नाराजगी व्यक्त की है।
मुख्यमंत्री ने रायसेन के पुलिस अधीक्षक विवेक पांडे का तबादला कर दिया और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को आरोपी सलमान का पता लगाने का निर्देश दिया।
21 नवंबर को, सलमान ने कथित तौर पर नाबालिग को चॉकलेट देने का वादा करके पास के जंगल में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता जंगल में बेहोश पड़ी मिली। उसे इलाज के लिए एम्स भोपाल ले जाया गया।