क्या मध्य प्रदेश में एमबीबीएस पाठ्यक्रम की हिंदी में परीक्षा देने वालों को 50 प्रतिशत की छूट मिलेगी?

सारांश
Key Takeaways
- हिंदी में परीक्षा देने वालों के लिए 50 प्रतिशत छूट
- मध्य प्रदेश में हिंदी माध्यम की चिकित्सा शिक्षा का विकास
- छात्रों को नकद पुरस्कार देने की योजना
- ग्रामीण और अर्ध-शहरी छात्रों के लिए नए अवसर
- प्रधानमंत्री मोदी के शिक्षा नीति के अनुरूप पहल
भोपाल, 4 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश में हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इसी दिशा में, एमबीबीएस पाठ्यक्रम की हिंदी में परीक्षा देने वाले छात्रों को राज्य सरकार ने परीक्षा शुल्क में 50 प्रतिशत छूट प्रदान करने का निर्णय लिया है।
उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने शुक्रवार को जानकारी दी कि मध्य प्रदेश सरकार ने उच्च शिक्षा में भाषाई बाधाओं को दूर करने के लिए मातृभाषा में उच्च शिक्षा के कई पाठ्यक्रमों का संचालन शुरू किया है। इस प्रकार, मातृभाषा हिंदी में एमबीबीएस का सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है।
राज्य सरकार ने चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए हिंदी माध्यम से पढ़ाई करने वाले छात्रों को विशेष प्रोत्साहन देने की योजना बनाई है। यह पहल छात्रों को अतिरिक्त प्रेरणा प्रदान करेगी।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सर्वसमावेशी शिक्षा के दृष्टिकोण और गृह मंत्री अमित शाह के संकल्प से प्रेरित है। मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य है, जहां हिंदी में एमबीबीएस पाठ्यक्रम शुरू किया गया। राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में हिंदी माध्यम की पुस्तकें उपलब्ध हैं, जिससे हजारों विद्यार्थी लाभ उठा रहे हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि यह योजना केवल परीक्षा पास करने का एक साधन नहीं है, बल्कि यह उन छात्रों के लिए सम्मान और स्वाभिमान का प्रतीक है जो हिंदी माध्यम में शिक्षा प्राप्त कर चिकित्सा क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करना चाहते हैं। इस पहल से ग्रामीण, अर्ध-शहरी और हिंदी भाषी क्षेत्रों के छात्रों को अपनी क्षमताओं को प्रदर्शित करने का नया अवसर मिलेगा।
मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, जबलपुर ने सभी संबद्ध मेडिकल और डेंटल कॉलेजों को निर्देशित किया है कि वे हिंदी में परीक्षा देने वाले छात्रों को हर संभव सुविधाएँ प्रदान करें। कॉलेज ऐसे छात्रों की सूची विश्वविद्यालय को भेजेंगे जो स्वेच्छा से हिंदी में परीक्षा देना चाहते हैं। कक्षाओं और प्रायोगिक सत्रों के लिए उचित व्यवस्था की जाएगी और हिंदी के परीक्षकों की अनुशंसा की जाएगी। इस योजना के अंतर्गत हिंदी में परीक्षा देने वाले छात्रों को परीक्षा शुल्क में 50 प्रतिशत छूट दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, विश्वविद्यालय स्तर पर हिंदी माध्यम में मेरिट प्राप्त करने वाले छात्रों को नकद पुरस्कार भी दिए जाएंगे।
कुल मिलाकर, एमबीबीएस या बीडीएस पाठ्यक्रम में हिंदी माध्यम से प्रथम स्थान पाने वाले छात्र को दो लाख रुपए, द्वितीय स्थान पर एक लाख 50 हजार रुपए, तृतीय स्थान पर एक लाख रुपए और चतुर्थ स्थान पर 50 हजार रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा। इसी प्रकार, हर वर्ष या प्रोफेशन में विश्वविद्यालय स्तर पर प्रथम से चतुर्थ स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को क्रमशः एक लाख रुपए, 75 हजार रुपए, 50 हजार रुपए और 25 हजार रुपए के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।