क्या जदयू को लगा बड़ा झटका? पूर्व विधान पार्षद ने कांग्रेस में किया शामिल

सारांश
Key Takeaways
- विनोद कुमार सिंह ने जदयू छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने का फैसला लिया।
- जदयू की स्थिति पर गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं।
- कांग्रेस में उनकी पुरानी राजनीतिक जड़ें हैं।
- राजनीतिक बदलाव के संकेत बिहार में स्पष्ट हैं।
- जदयू के अस्तित्व पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
पटना, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के चुनावी माहौल में, कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में जनता दल (यूनाइटेड) के पूर्व विधान पार्षद विनोद कुमार सिंह ने कांग्रेस का दामन थाम लिया।
कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में, पूर्व विधान पार्षद विनोद कुमार सिंह ने जेडीयू का साथ छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली। इस मौके पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार, कांग्रेस बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु सहित कई प्रमुख नेता मौजूद रहे।
कांग्रेस में शामिल होने के बाद, राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए विनोद कुमार सिंह ने कहा, "मैंने लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से प्रेरित होकर कांग्रेस में शामिल होने का निर्णय लिया। मैं पहले भी कांग्रेस का सदस्य रहा हूं और यहीं से मैंने छात्र राजनीति की शुरुआत की थी।"
जब जदयू छोड़ने के कारण के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, "जदयू में अब भगदड़ मचने वाली है। अब यह पार्टी स्थायी नहीं रहने वाली है। कुछ समय तक यह जनता दल के रूप में रहेगी, लेकिन चुनावों के बाद यह भी समाप्त हो जाएगी। अब जदयू की स्थिति भी ठीक नहीं है। जब नेता की स्थिति ठीक नहीं, तो पार्टी की स्थिति क्या होगी?"
वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार ने कहा, "जदयू और लोजपा (रामविलास) में जल्द ही भारी भगदड़ मचने वाली है। जदयू के लोग इसलिए भाग रहे हैं, क्योंकि अब वह पार्टी अस्तित्व में नहीं बची। अब जदयू का मतलब केवल नीतीश कुमार रह गया है। भाजपा ने पूरी तरह से जदयू को अपने नियंत्रण में ले लिया है।"