क्या प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से नीमच की गर्भवती महिलाओं को मिल रहा है आर्थिक सहयोग?
सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना गर्भवती महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण है।
- इस योजना से अब तक 49,490 महिलाएं लाभान्वित हो चुकी हैं।
- 5 हजार रुपए की सहायता राशि गर्भावस्था के दौरान दी जाती है।
- महिलाएं इस राशि का उपयोग अपनी पोषण संबंधी आवश्यकताओं के लिए करती हैं।
- आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की मेहनत से पंजीकरण और टीकाकरण सुनिश्चित हो रहा है।
नीमच, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) के अंतर्गत, नीमच जिले की गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान आर्थिक सहायता प्राप्त हो रही है। इस योजना से गर्भावस्था और शिशु के जन्म के बाद मां और बच्चे की बेहतर देखभाल के लिए सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में 5 हजार रुपए की सहायता राशि भेजी जा रही है। योजना का लाभ प्राप्त कर रही महिलाएं खुश हैं और केंद्र सरकार का आभार व्यक्त कर रही हैं।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को पोषण, स्वास्थ्य देखभाल और प्रसव के दौरान आर्थिक सहयोग प्रदान करना है, ताकि मां और नवजात दोनों स्वस्थ रह सकें।
मध्य प्रदेश के नीमच जिले में इस योजना के तहत अब तक लगभग 49,490 महिलाएं लाभान्वित हो चुकी हैं। जिले में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं और आशा-उषा कार्यकर्ताओं के प्रयासों से गर्भवती महिलाओं का समय पर पंजीकरण, टीकाकरण, और स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुंच सुनिश्चित की जा रही है। इसके साथ ही गर्भावस्था से लेकर प्रसव के बाद तक मां और नवजात की नियमित निगरानी की जा रही है।
नीमच की महिला एवं बाल विकास कार्यक्रम अधिकारी अंकिता पंड्या ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बताया कि जिले में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत कुल 49,490 महिलाओं को चिन्हित किया गया है।
उन्होंने बताया कि यह योजना वर्ष 2017 से लागू है, जिसके तहत प्रथम प्रसव पर महिलाओं को 5 हजार रुपए की सहायता दी जाती है। इसके अलावा दूसरे प्रसव पर बालिका के जन्म की स्थिति में 6 हजार रुपए का प्रावधान है। इस राशि का उपयोग महिलाएं अपनी पोषण संबंधी आवश्यकताओं और गर्भावस्था के दौरान आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए कर रही हैं।
जावद तहसील की ढाणी पंचायत अंतर्गत गांव आटा निवासी मोहिनी धाकड़ ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सुनीता धाकड़ ने उनका पंजीकरण करवाया और योजना की पूरी जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि टीकाकरण के बाद उनके खाते में 3 हजार रुपए की राशि आई, जिसका उन्होंने अपने स्वास्थ्य और जरूरतों के लिए उपयोग किया। बेटी के जन्म के बाद साढ़े तीन महीने के टीकाकरण के पश्चात उन्हें 2 हजार रुपए और मिले। उन्होंने कहा कि इस सहायता से उन्हें काफी राहत मिली और इस सहायता के लिए प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद करती हैं।
गांव आटा की ही सपना धाकड़ ने बताया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से उनका फॉर्म प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में भरा गया। गर्भावस्था के दौरान उन्हें 3 हजार रुपए मिले और बेटे के जन्म के बाद साढ़े तीन महीने के टीकाकरण पर 2 हजार रुपए और मिलेंगे। उन्होंने कहा कि यह राशि उनके और उनके बच्चे के लिए काफी उपयोगी साबित हो रही है और इसके लिए वह प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करती हैं।
वहीं, जावद तहसील के गांव सकतपुरिया की रहने वाली मोनिका राठौर ने बताया कि उन्हें इस योजना की जानकारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से मिली। गर्भावस्था के दौरान तीन महीने के टीकाकरण के बाद उन्हें 3 हजार रुपए और बाद में 2 हजार रुपए की राशि प्राप्त हुई। उन्होंने कहा कि इस सहायता से गर्भावस्था के समय उन्हें काफी लाभ हुआ।