क्या मध्यप्रदेश के पीएम जन औषधि केंद्र से मिल रही दवाएं सस्ती दरों पर?

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र से दवाएं सस्ती दरों पर मिल रही हैं।
- दवाओं पर 10% से 70% तक की छूट उपलब्ध है।
- यह योजना गरीब मरीजों के लिए फायदेमंद है।
- दवाइयों की गुणवत्ता उच्च है और यह डॉक्टरों द्वारा मान्य हैं।
- केंद्र का उद्घाटन नीमच में किया गया है।
नीमच, 22 जून (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के नीमच जिले के जावद नगर में स्थित प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र का उद्घाटन होने से यहाँ के लाभार्थियों में खुशी का माहौल है। उच्च गुणवत्ता की दवाएं अब सस्ती दरों पर उपलब्ध हैं, जिससे लोगों की जेब पर भी कम बोझ पड़ रहा है। यहाँ दवाओं पर 10 प्रतिशत से 70 प्रतिशत तक की छूट मिल रही है, जिसके चलते दवाइयों पर होने वाली खर्च में महत्वपूर्ण बचत हो रही है।
जावद क्षेत्र के निवासियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है इस जन औषधि केंद्र योजना के लिए।
इस केंद्र की संचालिका और फार्मासिस्ट पूजा चंद्रावत ने बताया कि उन्होंने मंदसौर से बीफार्मा किया है और विवाह के बाद जावद में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोला है। मोदी जी की यह योजना गरीब मरीजों के लिए अत्यंत लाभदायक है। यहाँ उच्च गुणवत्ता की दवाएं कम कीमत पर मिलती हैं। उदाहरण के लिए, बाजार में 50 रुपये में बिकने वाला सैनिटरी पैड यहाँ मात्र 15 रुपये में उपलब्ध है। मैं मोदी जी का धन्यवाद करती हूँ जिन्होंने हर आम नागरिक के लिए यह योजना लागू की है। मैं सभी से अनुरोध करती हूँ कि वे जन औषधि केंद्र आएं और इस योजना का लाभ उठाएं।
दवा खरीदने आए ग्राहक अरुण पोरवाल ने बताया कि यहाँ दवाएं बाजार की तुलना में काफी सस्ती हैं, लगभग 50 से 80 प्रतिशत का अंतर है। मैं मोदी जी का धन्यवाद करता हूँ जिन्होंने गरीब जनता का ध्यान रखा और इस तरह के औषधि केंद्र पूरे देश में खोले। यहाँ की दवाइयों की गुणवत्ता भी अच्छी है और छूट भी अधिक है।
पत्नी के लिए दवा लेने आए कैलाश चंद्र धाकड़ ने कहा, "मैं प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र पर दवा खरीदने आया हूँ। मेरी पत्नी का हार्ट ऑपरेशन हुआ है और पिछले 8 महीने से नियमित दवाइयाँ ले रहे हैं। यहाँ दवाइयों पर 40 से 50 प्रतिशत तक छूट मिलती है। मोदी जी की यह योजना बहुत अच्छी है, जिससे हमें बचत हो रही है। हमने डॉक्टर से दवाइयों के बारे में चर्चा की और उन्होंने कहा कि ये दवाइयाँ भी अच्छी हैं।"