क्या मध्य प्रदेश सरकार ने विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी? : डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला
सारांश
Key Takeaways
- सरकार ने हर क्षेत्र में विकास कार्य किए हैं।
- सिकल सेल एनीमिया और टीबी मुक्त करने के लिए प्रयास जारी।
- केन-बेतवा लिंक परियोजना से सिंचाई में वृद्धि होगी।
- मेडिकल कॉलेजों की स्थापना से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा।
- औद्योगिक विकास के लिए निवेश का आयोजन किया गया।
सागर, 13 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार हर क्षेत्र में विकास के लिए प्रयासरत है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार ने किसी भी क्षेत्र में कमी नहीं रखी है। राज्य की मोहन यादव सरकार के दो वर्षों का कार्यकाल पूरा होने पर, उपमुख्यमंत्री ने सागर में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए विकास कार्यों का ब्योरा दिया। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश को सिकल सेल एनीमिया और टीबी मुक्त बनाने हेतु काम किया जा रहा है।
उन्होने कहा कि निरोगी काया अभियान, एयर एम्बुलेंस, हर जिला अस्पताल में शव वाहन की उपलब्धता, मातृ एवं शिशु मृत्युदर में कमी, हर घर तक नल से जल की आपूर्ति, सांदीपनि विद्यालय और पीएमश्री कॉलेज जैसी कई उपलब्धियां हासिल की गई हैं। सरकार ने मध्य प्रदेश में निवेश
उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने कहा कि पिछले दो वर्षों में प्रदेश सरकार ने विकास कार्यों में तेजी लाई है। केन-बेतवा लिंक परियोजना का कार्य मुख्यमंत्री मोहन यादव के प्रयासों से शुरू हुआ है। इस परियोजना की लागत एक लाख करोड़ रुपए है और इसके पूर्ण होने से बुंदेलखंड के खेतों में सिंचाई के लिए जल एवं लोगों को पेयजल की उपलब्धता में अभूतपूर्व वृद्धि होगी।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार कृषि, उद्योग, व्यापार, वाणिज्य, शिक्षा, और स्वास्थ्य के क्षेत्रों में लगातार प्रयास कर रही है। हाल ही में खजुराहो में आयोजित कैबिनेट बैठक में कई लाभदायक निर्णय लिए गए। सागर के मसवासी ग्रांट क्षेत्र में 1500 एकड़ में एक बड़ा औद्योगिक क्षेत्र का निर्माण सागर के विकास को गति देगा।
उन्होने कहा कि दमोह, पन्ना, छतरपुर और कटनी में मेडिकल कॉलेज की स्थापना बुंदेलखंड के स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। जिला अस्पताल एवं बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज सागर में न्यूरोसर्जरी विभाग को मंजूरी मिलने से यहाँ सुपर स्पेशियलिटी फ़ैकल्टी की उपलब्धता होगी, जिससे सागर को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त होंगी। उन्होंने बताया कि बीएमसी में कैंसर अस्पताल के लिए 70 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं, और कैंसर उपचार के लिए 50 करोड़ रुपए की मशीन भी लाई जा रही है।