क्या महागठबंधन बिहार के लोगों की आस्था को चोट पहुंचाकर वोट प्राप्त कर सकता है? : मनोज तिवारी
 
                                सारांश
Key Takeaways
- एनडीए का समर्थन बिहार में बढ़ रहा है।
- महागठबंधन पर आस्था को चोट पहुँचाने का आरोप।
- महिलाओं का सशक्तिकरण प्राथमिकता है।
- राजनीति में आस्था पर हमला निष्फल साबित हो सकता है।
- छठ पर्व का अपमान अस्वीकृत किया जाना चाहिए।
पटना, 31 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा नेता मनोज तिवारी ने शुक्रवार को कहा कि बिहार की जनता का रुझान पूरी तरह से एनडीए के पक्ष में है। राज्य में एक बार फिर से राजग की सरकार बनने जा रही है। प्रदेश की राजनीतिक स्थिति हमारे पक्ष में पूरी तरह से मजबूत है। उन्होंने छठ पर्व को लेकर राहुल गांधी के बयान पर महागठबंधन पर निशाना साधा।
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि हम प्रदेश में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। मैं खुद देख पा रहा हूं कि लोग एनडीए की कार्यप्रणाली से खुश हैं। बिहार में चुनाव प्रचार के दौरान जनता का रुझान सकारात्मक नजर आ रहा है, हालाँकि बारिश के कारण हमें कुछ परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन इससे लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि कल बारिश के कारण मैं प्रचार स्थल पर नहीं जा सका। इसके बाद मैंने फेसबुक के माध्यम से संबोधन देने का निर्णय लिया। इस संबोधन के दौरान करीब छह लाख से अधिक लोग जुड़े। सभी लोग एनडीए सरकार की उपलब्धियों के बारे में जानने के लिए उत्सुक थे। यह स्थिति एनडीए के लिए शुभ संकेत है।
मनोज तिवारी ने कहा कि महिलाओं का सशक्तिकरण हमारी सरकार की प्राथमिकता है। हम उनके हितों से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं कर सकते। हमारी सरकार ने महिलाओं को 10 हजार रुपये 'सीड मनी' देने का निर्णय लिया है।
भाजपा नेता ने कहा कि मैं अपने बिहार के भाइयों और बहनों से कहना चाहता हूं कि हम बिहार की कश्ती को तूफान से निकालकर लाए हैं। हमें इसे आगे बढ़ाना है। हमारी सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि विकास के कामों में कोई समझौता नहीं हो।
मनोज तिवारी ने महागठबंधन पर भी निशाना साधते हुए कहा कि राजनीति में किसी की आस्था पर हमला करके कुछ नहीं हासिल किया जा सकता। अगर तेजस्वी यादव राहुल गांधी से छुटकारा नहीं पाते, तो यह कहना गलत नहीं होगा कि राजद भी छठ को ड्रामा बताने के पक्षधर हैं।
उन्होंने आगे कहा कि क्या छठ के घाट पर जाना या छठ का प्रसाद खाना कभी ड्रामा हो सकता है? जिस तरह से राहुल गांधी ने सत्य सनातन का अपमान किया है, उसी प्रकार से महागठबंधन के अन्य नेता भी छठ पूजा का अपमान कर रहे हैं। ऐसे में, मैं लोगों से कहना चाहूंगा कि आप बिहार के लोगों की आस्था को चोट पहुंचाकर कभी भी वोट नहीं प्राप्त कर पाएंगे।
 
                     
                                             
                                             
                                             
                                             
                             
                            