क्या महागठबंधन मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगा और जीतेगा: मोहिबुल्लाह नदवी?

सारांश
Key Takeaways
- महागठबंधन चुनावी मैदान में उतरने के लिए पूरी तरह तैयार है।
- सीट बंटवारे को लेकर मतभेद जल्द सुलझाए जाएंगे।
- मुलायम सिंह यादव की शिक्षाएं समाजवादी पार्टी के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।
- संविधान और विचारधारा की रक्षा करना आवश्यक है।
- समाज के सभी वर्गों का सम्मान करना चाहिए।
नई दिल्ली, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के संदर्भ में इंडिया ब्लॉक गठबंधन में सीट बंटवारे की स्थिति अभी स्पष्ट नहीं हुई है। इस हालात में, समाजवादी पार्टी के सांसद मोहिबुल्लाह नदवी ने यह दावा किया है कि महागठबंधन मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगा और निश्चित रूप से जीत हासिल करेगा।
राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि सीट बंटवारे को लेकर जो भी मतभेद हैं, उन्हें शीघ्र ही सुलझा लिया जाएगा। महागठबंधन चुनावी मैदान में उतरने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की पुण्यतिथि के अवसर पर सांसद मोहिबुल्लाह नदवी ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव ने हमें समाजवाद की विचारधारा दी है। उनकी शिक्षाओं से प्रेरित होकर हमारे नेता अखिलेश यादव समाज के सभी वर्गों तक इस विचारधारा को पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं। पूरा देश मुलायम सिंह यादव को याद कर रहा है। सभी लोग उनके परिवार और पार्टी के लिए दिल से दुआ कर रहे हैं।
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के द्वारा आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर दिए गए बयान पर मोहिबुल्लाह नदवी ने कहा कि संविधान ने जाति व्यवस्था को समाप्त कर दिया है। भारतीय होना हमारी सबसे बड़ी पहचान है।
सभी को एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए। चाहे दलित समाज हो या वंचित समाज, सभी इस देश का हिस्सा हैं। जिन लोगों ने चीफ जस्टिस का अपमान करने की कोशिश की, वह सनातन का अपमान है। किसी को भी ऐसा करने का अधिकार नहीं है।
बसपा प्रमुख मायावती द्वारा समाजवादी पार्टी पर लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए नदवी ने कहा कि मायावती को इस समय दलितों के साथ खड़ा होना चाहिए था। बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा दिए गए संविधान को आज खतरे में है। संविधान और उसकी विचारधारा को बचाने की सबसे ज्यादा आवश्यकता है। मायावती को छोटी-मोटी बातों में उलझकर या झगड़ा करके अपने नजरिए से नहीं भटकना चाहिए।
मायावती ने अपनी रैली में भाजपा की प्रशंसा की थी और सपा पर कई आरोप लगाए थे, जिसमें दलितों से जुड़े स्मारकों के नाम बदलने का मुद्दा शामिल था। इसके जवाब में नदवी ने कहा कि ऐसा बिल्कुल नहीं है। बाबासाहेब का संविधान और उनकी विचारधारा समाजवाद के साथ सबसे ज्यादा मेल खाती है। उत्तर प्रदेश में दलितों पर हुए अत्याचारों के खिलाफ समाजवादी पार्टी हमेशा खड़ी रही है।