क्या महागठबंधन मजबूत होकर राहुल गांधी के नेतृत्व में एनडीए को चुनौती देगा?

सारांश
Key Takeaways
- महागठबंधन में सभी दलों के बीच एकजुटता है।
- राहुल गांधी का नेतृत्व महागठबंधन को मजबूत बना रहा है।
- कांग्रेस की विचारधारा सामाजिक न्याय पर केंद्रित है।
- पप्पू यादव का कहना है कि एनडीए को चुनौती देने का समय आ गया है।
- बिहार में कांग्रेस का ऐतिहासिक महत्व है।
पूर्णिया, 15 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। पूर्णिया से निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने बिहार विधानसभा चुनाव के संदर्भ में महागठबंधन की रणनीति और कांग्रेस की विचारधारा पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी का आशीर्वाद उनके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
पप्पू यादव ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत में महागठबंधन को और मजबूत बनाने तथा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को चुनौती देने का दृढ़ संकल्प व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "मैं हमेशा से कांग्रेस की संसदीय समिति का सदस्य रहा हूँ और जहाँ भी कांग्रेस ने चुनाव लड़ा, मैंने अपनी जिम्मेदारी निभाई। राहुल गांधी और खड़गे का आशीर्वाद मेरे लिए पर्याप्त है। पार्टी का सम्मान और कार्यकर्ताओं का सम्मान मेरे लिए सर्वोपरि है। हम राहुल गांधी के सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे।"
बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर महागठबंधन में हो रही चर्चाओं पर पप्पू यादव ने कहा कि गठबंधन के भीतर सभी मुद्दों पर स्पष्टता है। राहुल गांधी के नेतृत्व में महागठबंधन का संकल्प मजबूत हो रहा है। उनकी विचारधारा और संघर्ष के साथ हम आगे बढ़ते रहेंगे।
उन्होंने जोर देकर कहा कि नेतृत्व को लेकर गठबंधन में कोई विवाद नहीं है। राहुल गांधी जो भी निर्णय लेंगे, महागठबंधन उनके साथ मजबूती से खड़ा रहेगा। महागठबंधन के सभी दल, चाहे छोटे हों या बड़े, एकजुट हैं। उन्होंने माले जैसे छोटे दलों की ताकत को सराहा और कहा कि कांग्रेस एक विचारधारा है, सत्ता की भूखी नहीं। हम संविधान, लोकतांत्रिक व्यवस्था और सामाजिक न्याय के लिए काम करते हैं।
पप्पू यादव ने राहुल गांधी को देश के 92 प्रतिशत लोगों की आवाज बताया और कहा कि वह जाति जनगणना, 50 प्रतिशत आरक्षण और सामाजिक न्याय के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं। उनकी आवाज दलित, पिछड़े, आदिवासी, अल्पसंख्यक, युवा, महिलाओं और किसानों के लिए एक उम्मीद है।
उन्होंने बिहार के अति पिछड़े वर्गों में राहुल गांधी के नेतृत्व से नई उम्मीद जगने की बात कही। बिहार में वोटर वेरिफिकेशन की प्रक्रिया और विदेशी नागरिकों के शरण लेने की खबरों पर पप्पू यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह कोई मुद्दा नहीं है। आधार कार्ड या अन्य दस्तावेजों के आधार पर हमारी नागरिकता तय होती है। जो लोग यहाँ दशकों से रह रहे हैं, उन्हें कोई नहीं हटा सकता। भाजपा चाहे जितने हथकंडे अपनाए, यह संभव नहीं है।
कांग्रेस की समावेशी नीति की तारीफ करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि यह पार्टी हमेशा से दलितों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों और सभी जातियों का सम्मान करती है। दलित नेताओं को दी गई जिम्मेदारियों का जिक्र करते हुए सांसद ने कहा कि कांग्रेस ने भोला पासवान शास्त्री को बिहार का पहला दलित मुख्यमंत्री बनाया। राजेश राम जैसे नेताओं को पार्टी ने महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है। कांग्रेस जाति के आधार पर नहीं, बल्कि विचारधारा और देश की प्रगति के आधार पर कार्य करती है।
पप्पू यादव ने महागठबंधन की एकजुटता पर बल देते हुए कहा कि गठबंधन में कोई दल कमजोर या मजबूत नहीं है। सभी दल मिलकर एनडीए को कड़ी चुनौती देंगे। उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में महागठबंधन बिहार में मजबूत स्थिति में है। हमारा लक्ष्य सामाजिक न्याय, संविधान की रक्षा और बिहार के लोगों की प्रगति है।