क्या महागठबंधन में 'सिर फुटव्वल' है? सीट बंटवारा नहीं हुआ: सम्राट चौधरी

Click to start listening
क्या महागठबंधन में 'सिर फुटव्वल' है? सीट बंटवारा नहीं हुआ: सम्राट चौधरी

सारांश

महागठबंधन में सीट बंटवारे की कमी पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कटाक्ष किया है। बता रहे हैं कि एनडीए सभी सीटों पर उम्मीदवार खड़े कर रहा है और जनता फिर से एनडीए को चुनने के लिए तैयार है। क्या यह महागठबंधन के लिए मुश्किल भरा समय है?

Key Takeaways

  • महागठबंधन में सीट बंटवारे की समस्या है।
  • एनडीए सभी 243 सीटों पर एकजुट है।
  • बिहार में विकास की गति तेज हो रही है।
  • राज्य में सुशासन का दावा किया जा रहा है।
  • लालू यादव के कार्यकाल में लूट-खसोट की घटनाएं हुई थीं।

पटना, 18 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले विपक्षी दलों की एकता का दावा करने वाले महागठबंधन में अब तक सीटों का बंटवारा न होना सत्ता पक्ष के लिए एक अवसर है। बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने शनिवार को नामांकन सभाओं में भाग लेने के बाद कहा कि महागठबंधन में सिर फुटव्वल की स्थिति है।

पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि महागठबंधन में अब तक सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है और सदस्य एक-दूसरे के खिलाफ खड़े हो रहे हैं। उन्होंने पत्रकारों से प्रश्न किया कि क्या आपको इसके बारे में जानकारी है? उन्होंने कहा कि एनडीए के सभी 243 उम्मीदवार नामांकन का पर्चा दाखिल कर रहे हैं और वे एकजुट होकर चुनाव लड़ रहे हैं।

सम्राट चौधरी ने सासाराम, मोहनियां, रामगढ़ में एनडीए के प्रत्याशियों के समर्थन में नामांकन सभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार की जनता फिर से प्रचंड बहुमत से एनडीए सरकार बनाने को तैयार है। जनता के आशीर्वाद से हम रोहतास-कैमूर जिले की सभी विधानसभा सीटों पर जीत हासिल करेंगे और एनडीए 200 से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज कर इतिहास रचेगी।

उन्होंने कहा कि बिहार ने अब तेज़ी से विकास की दिशा में कदम बढ़ा लिया है। 2005 में राज्य का बजट 6 हजार करोड़ रुपए था, जो अब बढ़कर 3 लाख 17 हजार करोड़ रुपए हो गया है। यह 50 गुना से अधिक की वृद्धि बिहार के विकास का प्रमाण है। पहले जहां सड़कों की स्थिति खराब थी, वहीं अब बिहार विश्वस्तरीय सड़कों के लिए जाना जा रहा है। पटना से राज्य के किसी भी कोने तक पहुंचना अब चार घंटे में संभव है।

उन्होंने आगे कहा कि अब राज्य में सुशासन की सरकार है। अपराध पर नियंत्रण पाया गया है और बिहार पुलिस 100 घंटे के भीतर अपराधियों को पकड़ने का कार्य करती है। जबकि 2005 से पहले सीएम आवास में किडनैपिंग की डील होती थी। लालू यादव जब रेल मंत्री बने, तो उन्होंने वहां भी लूट-खसोट की।

Point of View

यह दर्शाता है कि विपक्षी दलों में एकता का अभाव है। ऐसे समय में, एनडीए का एकजुटता से चुनाव लड़ना इस बात का संकेत है कि सत्ता पक्ष ने राजनीति की जटिलताओं को समझ लिया है। यह चुनावी परिदृश्य राष्ट्रीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
NationPress
19/10/2025

Frequently Asked Questions

महागठबंधन में सीट बंटवारा क्यों नहीं हो रहा?
महागठबंधन में विभिन्न दलों के बीच आपसी सहमति की कमी है, जिसके कारण सीटों का बंटवारा अब तक नहीं हुआ है।
सम्राट चौधरी ने किस बात पर जोर दिया?
उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने एनडीए के सभी 243 उम्मीदवारों के नामांकन पर जोर दिया और कहा कि एनडीए चुनाव में एकजुट है।
बिहार का विकास किस दिशा में बढ़ रहा है?
बिहार का विकास अब तेज़ी से हो रहा है, बजट में भी काफी वृद्धि हुई है, और सड़कों की स्थिति में सुधार हुआ है।
लालू यादव का रेल मंत्री रहते क्या किया?
लालू यादव के रेल मंत्री रहते लूट-खसोट की कई घटनाएँ हुई थीं, जो अब चर्चा का विषय हैं।
बिहार में अपराध पर नियंत्रण कैसे पाया गया?
बिहार पुलिस ने अपराधियों को पकड़ने में तेजी दिखाई है और 100 घंटे के भीतर अपराधियों को पकड़ने का काम कर रही है।