क्या महाराष्ट्र नगर निकाय चुनाव में महायुति ने मजबूत स्थिति बनाई है?
सारांश
Key Takeaways
- महायुति ने 209 स्थानों पर बढ़त बनाई है।
- भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है।
- महाविकास आघाड़ी की स्थिति कमजोर पाई गई है।
- स्थानीय मुद्दों का चुनाव परिणाम पर प्रभाव पड़ा है।
- महिलाओं के लिए भी चुनावी सफलता देखने को मिली है।
मुंबई, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र में नगर परिषद और नगर पंचायत चुनावों के परिणामों के प्रारंभिक रुझानों में राजनीतिक परिदृश्य तेजी से स्पष्ट होता दिखाई दे रहा है।
धुले जिले के शिंदखेड़ा नगराध्यक्ष पद की चुनावी दौड़ में एनसीपी (अजित पवार गुट) की महिला उम्मीदवार कलावती माली ने जीत दर्ज की है। वहीं, शहर विकास अघाड़ी के उम्मीदवार संदेश पारकर ने भी सफलता प्राप्त की है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना के मंत्री गुलाबराव पाटिल के समर्थित उम्मीदवार को इस बार हार का सामना करना पड़ा है। इस सीट पर स्थानीय गठबंधन के उम्मीदवार ने विजय प्राप्त की है।
दूसरी ओर, लगभग दोपहर 12 बजे के रुझानों में महायुति मजबूत स्थिति में देखी जा रही है। वर्तमान आंकड़ों के अनुसार, महायुति 209 स्थानों पर आगे चल रही है और कुल बढ़त 200 के पार पहुंच चुकी है। राज्य में 246 नगर परिषद और 42 नगर पंचायतों के चुनाव हो रहे हैं, जिनके प्रारंभिक रुझानों में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर रही है।
प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार, भाजपा 122 सीटों पर आगे है, शिवसेना 54 और एनसीपी 35 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं। इस तरह महायुति कुल 211 सीटों पर आगे चल रही थी। जबकि विपक्षी महाविकास आघाड़ी में कांग्रेस 32, शिवसेना (यूबीटी) 9 और एनसीपी (शरद पवार गुट) 8 सीटों पर आगे चल रही थी। कुल मिलाकर महाविकास आघाड़ी 49 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं।
ज्ञात रहे कि जिन नगर निकायों में 20 दिसंबर को चुनाव हुए, उनमें ठाणे जिले की अंबरनाथ, अहमदनगर जिले की कोपरगांव, देवलाली प्रवरा, पाथर्डी और नेवासा, पुणे जिले की बारामती और फुरसुंगी-उरूली देवाची, सोलापुर की अनगर और मंगलवेढा, सातारा की महाबलेश्वर और फलटण, छत्रपती संभाजीनगर की फुलंब्री, नांदेड़ की मुखेड और धर्माबाद, लातूर की निलंगा और रेणापूर, हिंगोली की बसमत, अमरावती की अंजनगांव सुर्जी, अकोला की बालापूर, यवतमाल की यवतमाल, वाशिम की वाशिम, बुलढाणा की देऊलगांव राजा, वर्धा की देवली और चंद्रपुर की घुग्घुस शामिल हैं।