क्या रायगढ़ की यूनिवर्सिटी में जमशेदपुर की बी-टेक छात्रा ने खुदकुशी की?
सारांश
Key Takeaways
- प्रिंसी कुमारी ने आत्महत्या की, जो मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों को उजागर करता है।
- यह घटना छात्र कल्याण के लिए एक गंभीर चेतावनी है।
- सुसाइड नोट में परिवार की उम्मीदों पर न पहुंच पाने का जिक्र है।
- पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
- यह घटना शिक्षा प्रणाली में सुधार की आवश्यकता को दर्शाती है।
जमशेदपुर, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में स्थित एक यूनिवर्सिटी में बी-टेक की पढ़ाई कर रही झारखंड की निवासी प्रिंसी कुमारी (20) ने अपने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
मिली जानकारी के अनुसार, शनिवार रात लगभग साढ़े आठ बजे प्रिंसी के परिवार ने उससे फोन पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उसके फोन का जवाब नहीं मिलने पर वे चिंतित हो गए।
परिजनों द्वारा बार-बार कॉल करने के बावजूद जब प्रिंसी ने फोन नहीं उठाया, तो उन्होंने हॉस्टल के वार्डन को सूचित किया। वार्डन ने जब छात्रा के कमरे का दरवाजा खटखटाया, तो कोई जवाब नहीं मिला।
फिर वार्डन ने खिड़की से झांककर देखा, तो कमरे में प्रिंसी को फंदे पर लटका हुआ पाया। इसके बाद अन्य छात्राओं को सूचित किया गया और फिर रायगढ़ के पूंजीपथरा थाने की पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को नीचे उतारा।
पुलिस ने इस घटना की सूचना प्रिंसी के परिवार को दी और शव का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेजा।
घटना की खबर मिलने के बाद प्रिंसी के परिजन रायगढ़ पहुंचे। पुलिस को छात्रा के कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला है। इस नोट में प्रिंसी ने अपने माता-पिता से माफी मांगते हुए लिखा है कि वह उनकी उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई। उसने यह भी कहा कि पढ़ाई पर बहुत सारे पैसे खर्च हो चुके हैं, जिससे परिवार का बचत खाता खाली हो रहा है और वह पढ़ाई में भी अच्छी नहीं है।
इस सुसाइड नोट में उसने अपने माता-पिता से बार-बार माफी मांगी है। प्रिंसी बी-टेक की दूसरी वर्ष की छात्रा थी। पोस्टमॉर्टम के बाद छात्रा का शव परिवार को सौंप दिया गया है। पुलिस ने इस मामले में मामला दर्ज कर लिया है और आत्महत्या के कारणों की जांच की जा रही है।