क्या ठाणे के शाहपुर तालुका में भारी बारिश ने बाढ़ की स्थिति पैदा कर दी?

सारांश
Key Takeaways
- ठाणे जिले में मूसलाधार बारिश से बाढ़ की स्थिति पैदा हुई है।
- भातसा डैम के गेट खोलने से जल प्रवाह तेज हो गया है।
- 150 से अधिक गांवों का संपर्क कट गया है।
- स्थानीय निवासियों की फसलें डूब गई हैं।
- प्रशासन ने राहत कार्य शुरू किया है।
ठाणे, 28 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के ठाणे जिले के शाहपुर तालुका में लगातार दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। शनिवार रात लगभग 10 बजे भातसा डैम के पांच गेटों को ढाई मीटर तक खोल दिया गया, जिससे भातसा नदी में जल प्रवाह तेज हो गया। इसके परिणामस्वरूप, शाहपुर और मुरबाड तालुकों के 150 से अधिक गांवों का सड़क संपर्क पूरी तरह कट गया है।
जलस्तर में वृद्धि के कारण शाहपुर-मुरबाड मार्ग पर स्थित पुल पूरी तरह जलमग्न हो गया है और उस पर से लगभग चार फीट पानी बहने लगा। ग्रामीण इलाकों में आवागमन ठप होने के कारण आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति प्रभावित हो गई है। आस-पास के घरों में पानी घुस चुका है, जबकि नदी का जलस्तर दोनों किनारों पर लगभग 200 मीटर तक फैल गया है। इससे बाढ़ जैसी विकट स्थिति उत्पन्न हो गई है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि बारिश के कारण खेतों में खड़ी फसलें डूब गई हैं और पशुओं को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित करना मुश्किल हो रहा है। एक ग्रामीण ने कहा, "रातभर बारिश जारी रही, सुबह होते ही नदी उफान पर आ गई। हमारा गांव पूरी तरह घिर गया है।" मौसम विभाग ने ठाणे जिले के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। अनुमान है कि अगले 24 घंटों में भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है। शाहपुर तालुका में रात से ही बिजली की तेज गड़गड़ाहट, आंधी और झमाझम बारिश का दौर जारी है।
भारत मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, मानसून की विदाई के बावजूद पश्चिमी विक्षोभ के कारण यह वर्षा हो रही है। इसी तरह की स्थिति मराठवाड़ा क्षेत्र में भी देखने को मिली है, जहां जायकवाड़ी और माजलगांव डैम से जल छोड़े जाने के कारण गंभीर नदी के किनारे बाढ़ आ गई। प्रशासन ने तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिए हैं। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंची हैं, जो प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही हैं।