क्या पाकिस्तान को सिंदूर की कीमत चुकानी पड़ेगी?

सारांश
Key Takeaways
- समिक भट्टाचार्य का ताजा बयान पाकिस्तान के खिलाफ है।
- ऑपरेशन सिंदूर भारत की नई रणनीति का प्रतीक है।
- बीरभूम में दुर्गा पूजा की थीम को सिंदूर के सम्मान के साथ जोड़ा गया है।
- समिक भट्टाचार्य ने बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों के विध्वंस पर चिंता जताई।
- यह भारत का नया स्वरूप है, जो सजग और सक्रिय है।
बीरभूम, 28 सितंबर (राष्ट्र प्रेस) - राज्यसभा सांसद समिक भट्टाचार्य ने रविवार को बीरभूम जिले के रामपुरहाट में कालीसरा अमतला पूजा समिति के दुर्गा पूजा उद्घाटन समारोह में पाकिस्तान पर तीखा हमला किया। कोलकाता से सड़क मार्ग द्वारा बीरभूम पहुंचे भट्टाचार्य ने सबसे पहले तारापीठ मंदिर में पूजा की। दोपहर में रामपुरहाट पहुंचकर उन्होंने पूजा समिति का उद्घाटन किया, जिसकी इस वर्ष की थीम 'ऑपरेशन सिंदूर' है।
भट्टाचार्य ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, "शंख देखकर गोलियां चलाने वालों, पाकिस्तान को शंख की कीमत चुकानी पड़ेगी। यह नया भारत है। यह भारत आधुनिक दृष्टिकोण से सपने देखने वाला है। यह भारत जवाबी हमला करना जानता है। यह भारत ऑपरेशन सिंदूर करना जानता है।"
उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को भारत की मजबूत रणनीति का प्रतीक बताते हुए कहा कि पहलगाम हमले में 26 निर्दोषों की हत्या के बाद भारत ने पाकिस्तान के नौ प्रमुख आतंकी ठिकानों (जैसे कि जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा) पर मिसाइल हमले किए।
भट्टाचार्य ने कहा, "पहले पाकिस्तानी सेना हमारे सैनिकों के सिर काटकर सीमा पर फेंक देती थी, हम फाइलें बनाते थे। अब जवाब लिया जाता है, कागजों पर नहीं।" पूजा समिति की महिलाओं की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह इस महिलाओं के नेतृत्व वाली समिति ने ऑपरेशन सिंदूर की थीम से सिंदूर के सम्मान को संरक्षित किया है, वैसे ही बीरभूम के पुरुषों को आगे आना चाहिए ताकि जिले का आत्मसम्मान बना रहे।
भट्टाचार्य ने नेहरू-पटेल के वादे का उल्लेख करते हुए कहा कि विभाजन के समय पाकिस्तान जाने वालों को भारत लौटने पर सहारा देने का वादा किया गया था, लेकिन बाद की सरकारों ने उन्हें अपनाया नहीं। पीएम मोदी ने उन्हें अपनाया। प्रधानमंत्री और महिला सैनिकों के सम्मान में पूरे राज्य में ऑपरेशन सिंदूर मंडप बने हैं। कई स्थानों पर पुलिस ने इन्हें काले कपड़े से ढक दिया, लेकिन यहां माताओं ने मंडप को मां दुर्गा का रूप दे दिया।
भट्टाचार्य ने बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों के विध्वंस पर भड़कते हुए कहा, "बांग्लादेश में दुर्गा पूजा को कलंकित करने की साजिश चल रही है। वहां रवींद्रनाथ टैगोर जल रहे हैं, यहां भी। बांग्लादेश में सत्यजीत रे का घर जमींदोज कर दिया गया। पश्चिम बंगाल में भी दुर्गा पूजा रोकने की कोशिश हो रही है। यह आपकी जिम्मेदारी है कि पश्चिम बंगाल भविष्य में बांग्लादेश न बने।"
—राष्ट्र प्रेस