क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन से महत्वपूर्ण मुलाकात की?

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी और उपराष्ट्रपति के बीच महत्वपूर्ण चर्चा हुई।
- खादी और स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने का संदेश।
- गांधी जयंती पर खादी खरीदने की अपील।
- आदिवासी बुनाई को वैश्विक स्तर पर पहचान।
- मिथिला पेंटिंग को आजीविका का साधन बनाने का प्रयास।
नई दिल्ली, 28 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को उपराष्ट्रपति एन्क्लेव में उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की। यह जानकारी उपराष्ट्रपति कार्यालय के आधिकारिक एक्स पोस्ट के माध्यम से साझा की गई।
उपराष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी आधिकारिक एक्स पोस्ट में उल्लेख किया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उपराष्ट्रपति एन्क्लेव में उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की।
इस मुलाकात के संबंध में पीएम मोदी ने भी एक आधिकारिक एक्स पोस्ट में जानकारी दी। उन्होंने लिखा, "उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की और उनके साथ कई महत्वपूर्ण विषयों पर गहन चर्चा की।"
साथ ही, पीएम मोदी ने रविवार को रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 126वें एपिसोड में कहा कि 2 अक्टूबर को कोई न कोई खादी उत्पाद अवश्य खरीदें। गर्व से कहें- ये स्वदेशी हैं। इसे सोशल मीडिया पर 'वोकल फॉर लोकल' के साथ साझा करें।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "2 अक्टूबर को गांधी जयंती है। गांधी जी ने हमेशा स्वदेशी को अपनाने पर जोर दिया और इसमें खादी सबसे आगे थी। दुर्भाग्य से, आजादी के बाद खादी की रौनक कम होती जा रही थी, लेकिन पिछले 11 वर्षों में खादी के प्रति देशवासियों का आकर्षण बहुत बढ़ गया है।"
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने झारखंड के आशीष सत्यव्रत साहू की कहानी सुनाई। उन्होंने कहा, "सत्यव्रत साहू ने जोहारग्राम ब्रांड के जरिए आदिवासी बुनाई और परिधानों को वैश्विक मंच पर पहुंचाया है। उनके प्रयासों से आज झारखंड की सांस्कृतिक धरोहर को अन्य देशों में भी पहचान मिली है।"
बिहार के मधुबनी जिले की स्वीटी कुमारी के 'संकल्प क्रिएशन' का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्होंने मिथिला पेंटिंग को आजीविका का साधन बनाया है। उनके साथ 500 से अधिक ग्रामीण महिलाएं जुड़कर आत्मनिर्भर बन रही हैं।