क्या महाराष्ट्र विधानसभा में किसानों का मुद्दा फिर से गरमाया? गिरीश महाजन ने नाना पटोले के आरोपों पर दिया सटीक जवाब

सारांश
Key Takeaways
- किसानों के मुद्दे पर राजनीति में गंभीरता की कमी है।
- सरकार को भ्रष्टाचार के खिलाफ कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है।
- किसानों को उचित मूल्य और न्याय दिलाना बेहद जरूरी है।
- भ्रष्टाचार के आरोपों का समाधान शीघ्र होना चाहिए।
मुंबई, 2 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र में किसानों के मुद्दे पर राज्य सरकार के मंत्री गिरीश महाजन ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को एक करारा जवाब दिया है। बुधवार को महाराष्ट्र विधानसभा में फिर से किसानों का मुद्दा गूंजा। कांग्रेस नेता नाना पटोले ने अनाज खरीदी योजना में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए सरकार को घेरने की कोशिश की। इस पर पलटवार करते हुए गिरीश महाजन ने कहा कि कांग्रेस केवल किसानों के नाम पर राजनीति कर रही है।
गिरीश महाजन ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "जब विरोधी दल सरकार में थे, तब किसानों के प्रति उनका दृष्टिकोण अलग था और अब भी उनकी चिंता वास्तविक नहीं है। यह केवल राजनीतिक रणनीति है। किसानों के प्रति उनका प्यार नहीं है, बल्कि यही राजनीति की जा रही है। कांग्रेस के आरोप पूरी तरह से झूठे हैं।"
उन्होंने कहा, "हमारी भूमिका किसान के लिए बिल्कुल अलग है। 'हर किसान और हर खेत को पानी' ये हमारी नीति है। सरकार किसान के खेतों तक पानी लाने का कार्य कर रही है। कई प्रोजेक्ट सरकार द्वारा शुरू किए गए हैं। कांग्रेस ने अब तक ये सब नहीं किया।"
विधानसभा में पिछले दिन हंगामे के कारण नाना पटोले को निलंबित कर दिया गया था। बुधवार को उन्होंने फिर से कार्यवाही में हिस्सा लिया और किसानों के मुद्दे को लेकर सरकार पर आरोप लगाए।
नाना पटोले ने कहा, "केंद्र सरकार के आदेशानुसार राज्य में चलाई जा रही अनाज खरीदी योजना में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है। पिछले सत्र में भी मैंने सदन में यह मुद्दा उठाया था। तत्कालीन खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री अजीत पवार ने सदन को आश्वासन दिया था कि वे इस मुद्दे को सुलझाने के लिए बैठक करेंगे और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।"
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, "किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य और न्याय मिले, इस उद्देश्य से योजना शुरू की गई थी। यह योजना किसानों के हित में होने के बावजूद अब भ्रष्टाचारियों के हाथों में जा चुकी है। इस योजना के अंतर्गत चल रहे भ्रष्टाचार के कारण सरकारी खजाने को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। सरकार के फंड पर खुलेआम डाका डाला जा रहा है, राज्य का खजाना लूटा जा रहा है और वास्तविक लाभ केवल भ्रष्टाचारियों को ही मिल रहा है।"
कांग्रेस नेता ने मांग उठाई कि यह मुद्दा अब और गंभीर हो गया है, इसलिए इसका तुरंत समाधान करना जरूरी है। उपमुख्यमंत्री (अजीत पवार) सदन में जवाब दें कि इन भ्रष्टाचारियों पर क्या कार्रवाई होगी?