क्या दिल्ली सरकार ने महर्षि वाल्मीकि जयंती पर सरकारी दफ्तरों को बंद रखने की घोषणा की?

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क्या दिल्ली सरकार ने महर्षि वाल्मीकि जयंती पर सरकारी दफ्तरों को बंद रखने की घोषणा की?

सारांश

दिल्ली सरकार ने महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर 7 अक्टूबर को सरकारी दफ्तरों में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। यह निर्णय सामाजिक सौहार्द को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। जानें इस महोत्सव की तैयारियों के बारे में।

Key Takeaways

  • महर्षि वाल्मीकि जयंती पर सरकारी दफ्तर बंद रहेंगे।
  • मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता इस महोत्सव में भाग लेंगी।
  • सामाजिक सौहार्द और संत परंपरा का सम्मान इस निर्णय का मुख्य कारण है।
  • महर्षि वाल्मीकि की शिक्षाएँ समाज में समानता का संदेश देती हैं।
  • राजधानी में भव्य कार्यक्रमों का आयोजन होगा।

नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर, दिल्ली सरकार ने 7 अक्टूबर (मंगलवार) को सभी सरकारी कार्यालयों में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। इस आदेश के अनुसार, मंगलवार को दिल्ली सरकार के अंतर्गत सभी दफ्तर बंद रहेंगे। यह निर्णय सामाजिक सौहार्द और संत परंपरा के प्रति सम्मान को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।

महर्षि वाल्मीकि जयंती के उपलक्ष्य में, राजधानी में भव्य कार्यक्रम, शोभायात्राएं और श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित की जाएंगी। इन कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता स्वयं शामिल होंगी।

6 अक्टूबर (सोमवार) को दिल्ली सचिवालय में इस महोत्सव के लिए विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस कार्यक्रम में भाग लिया और समाज सुधारक महर्षि वाल्मीकि को नमन किया। उन्होंने उनके जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला।

मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "आज दिल्ली सचिवालय में आयोजित महर्षि वाल्मीकि जयंती महोत्सव में सम्मिलित होकर सामाजिक सद्भाव, समानता और न्याय पर आधारित उनके प्रेरक विचारों को नमन किया। महर्षि वाल्मीकि जी ने समाज को समानता, समरसता और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी।"

उन्होंने आगे कहा कि महर्षि वाल्मीकि की अमर कृति 'रामायण' जीवन का ऐसा आलोक है, जो हर युग में मर्यादा, भक्ति, त्याग और धर्म के पथ को प्रकाशित करती है। उन्होंने शबरी की भक्ति, गिलहरी का योगदान और केवट की निष्ठा जैसे प्रसंगों का उल्लेख करते हुए कहा कि ये उदाहरण बताते हैं कि समाज का हर वर्ग समान रूप से सम्मान और सहभागिता का अधिकारी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार भी इसी समरसता और सम्मान की भावना के साथ आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार हर धर्म, संस्कृति और आस्था को समान गरिमा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। कांवड़ यात्रा से लेकर रामलीला, दुर्गा पूजा और अब वाल्मीकि जयंती तक हर आयोजन को हम भव्यता, श्रद्धा और समर्पण के साथ मना रहे हैं।

इस अवसर पर दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री रविन्द्र इन्द्रराज सिंह, कपिल मिश्रा, कई विधायक और गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

Point of View

जो सभी धर्मों और संस्कृतियों के प्रति सम्मान को दर्शाती है। इस समय, ऐसा निर्णय लेना महत्वपूर्ण है, जब समाज में विभिन्नता और समरसता की आवश्यकता है।
NationPress
06/10/2025

Frequently Asked Questions

महर्षि वाल्मीकि जयंती कब है?
महर्षि वाल्मीकि जयंती 7 अक्टूबर को मनाई जाएगी।
दिल्ली सरकार ने छुट्टी की घोषणा क्यों की?
दिल्ली सरकार ने सामाजिक सौहार्द और संत परंपरा के प्रति सम्मान को ध्यान में रखते हुए छुट्टी की घोषणा की।
इस अवसर पर कौन-कौन से कार्यक्रम होंगे?
इस अवसर पर भव्य कार्यक्रम, शोभायात्राएं और श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित की जाएंगी।