क्या महिला पर्यटक उत्पीड़न मामले में आरोपी टैक्सी चालकों का लाइसेंस रद्द होगा?
                                सारांश
Key Takeaways
- केरल सरकार ने टैक्सी चालकों के लाइसेंस रद्द किए हैं।
 - महिला पर्यटक की सुरक्षा पर ध्यान दिया जा रहा है।
 - पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की है।
 - भविष्य में ऐसी घटनाओं के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।
 - ऑनलाइन टैक्सी सेवाओं पर कोई प्रतिबंध नहीं है।
 
तिरुवनंतपुरम, ४ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। मुन्नार में घुमने आईं मुंबई की एक असिस्टेंट प्रोफेसर को परेशान करने वाले तीन टैक्सी ड्राइवरों के खिलाफ केरल सरकार ने कड़ा कदम उठाया है। तत्काल प्रभाव से तीनों आरोपियों के लाइसेंस को रद्द करने का निर्णय लिया गया है।
पीड़ित महिला, जान्हवी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया जिसमें उन्होंने बताया कि मुन्नार में उनके साथ किस प्रकार का व्यवहार किया गया। इस वीडियो के वायरल होते ही लोगों ने केरल सरकार और पर्यटक सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठाए। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को हिरासत में लिया। परिवहन मंत्री केबी गणेश ने लाइसेंस रद्द करने की घोषणा की।
मंत्री ने कहा, "बिना किसी देरी के, इस मामले में शामिल चालकों के लाइसेंस रद्द किए जाएंगे। प्रगतिशील प्रदेश में ऐसी गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।"
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार कानून का पालन करने वाले कामकाजी लोगों के साथ है, लेकिन जो लोग कानून का उल्लंघन करेंगे, उनके खिलाफ कड़े कदम उठाए जाएंगे।
जान्हवी ने पुलिस में शिकायत करने का प्रयास किया, लेकिन उनकी मदद नहीं की गई। पुलिस की ओर से कोई सहयोग नहीं मिलने पर जान्हवी ने अपनी निराशा व्यक्त की।
यह घटना केरल में एक महत्वपूर्ण चर्चा का विषय बन गई और पर्यटन मंत्री पी.ए. मोहम्मद रियास ने मामले में हस्तक्षेप किया।
दो पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है और तीन टैक्सी ड्राइवरों को गिरफ्तार किया गया। हालांकि, उन्हें बाद में बेल पर रिहा कर दिया गया।
परिवहन विभाग ने मंत्री के निर्देश पर ड्राइवरों के लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मंत्री ने चेतावनी दी है कि भविष्य में यदि ऐसी कोई घटना होती है, तो इसके गंभीर परिणाम होंगे।