क्या मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना वास्तव में महिलाओं को सशक्त करेगी? चिराग ने पीएम मोदी और सीएम नीतीश की तारीफ की

सारांश
Key Takeaways
- महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता
- उद्यमिता के अवसर
- वैश्विक खाद्य नवाचार
- रोजगार सृजन
- सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन
नई दिल्ली, 26 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने बिहार की मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह महिलाओं को सशक्त बनाने वाली सबसे अद्भुत योजना है।
बिहार की मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की तारीफ करते हुए चिराग पासवान ने कहा, "मैं समझता हूँ कि यह योजनाओं में से एक उत्कृष्ट योजना है। पहले हम केवल महिलाओं को सशक्त बनाने की बात करते थे, लेकिन यह एक ऐसी योजना है जो उन्हें वास्तव में आत्मनिर्भर और सशक्त बनाती है। इस योजना से महिलाएँ अपने भविष्य के लिए व्यवसाय आरंभ कर सकती हैं। वे इसके लाभ से स्वयं को उद्यमी बना सकती हैं और न केवल अपने बल्कि अपने परिवार का भी भरण-पोषण कर सकती हैं। यह प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा महिलाओं को सशक्त करने के लिए उठाया गया सबसे बेहतरीन कदम है।"
चिराग पासवान ने वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 को भारत को वैश्विक खाद्य नवाचार हब बनाने का एक साधन बताया। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम केवल एक व्यापारिक प्रदर्शनी नहीं है, बल्कि निवेश, स्थिरता और तकनीकी आदान-प्रदान का एक परिवर्तनकारी मंच है।
चिराग पासवान ने वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 के संदर्भ में कहा, "हमें न सिर्फ प्रोसेसिंग में अपने बेहतरीन तरीकों को प्रदर्शित करना चाहिए, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी ऐसा करना चाहिए। नई तकनीक, नवाचार और स्टार्टअप विचारों के लिए ऐसा मंच होना चाहिए, जहाँ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय नवाचार और तकनीक साझा की जा सकें। खाद्य प्रोसेसिंग क्षेत्र में बहुत संभावनाएं हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ल्ड फूड इंडिया के उद्घाटन के अवसर पर इन बिंदुओं पर जोर दिया था।"
उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन में एक लाख करोड़ से अधिक के एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इसके माध्यम से 9 लाख रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे। इन सभी की सोच ही वर्ल्ड फूड इंडिया में स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है ताकि इसे वास्तविकता में लाया जा सके। विभिन्न राज्यों ने यहाँ पवेलियन लगाए हैं, जिसके माध्यम से वे अपने उत्पादों का प्रचार कर रहे हैं। इससे उनकी वैश्विक बाजारों तक पहुँच बढ़ती है।