क्या भारतीय शेयर बाजार लाल निशान में बंद हुआ? मिडकैप इंडेक्स 2 प्रतिशत फिसला

सारांश
Key Takeaways
- भारतीय शेयर बाजार में गिरावट आई है।
- मिडकैप और स्मॉलकैप में अधिक गिरावट देखी गई।
- विश्लेषकों का मानना है कि ग्लोबल अनिश्चितता ने बाजार को प्रभावित किया।
- निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
- दवा कंपनियों पर नए टैरिफ का असर पड़ा है।
मुंबई, 26 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार को बड़े गिरावट के साथ समाप्त हुआ। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 733.22 अंक या 0.90 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 80,426.46 पर और निफ्टी 236.15 अंक या 0.95 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,654.70 पर था।
लार्जकैप की तुलना में मिडकैप और स्मॉलकैप में अधिक गिरावट देखने को मिली। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 1,77.35 अंक या 2.05 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 56,378.55 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 405.90 अंक या 2.26 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,560.90 पर बंद हुआ।
लगभग सभी बाजार सूचकांक लाल निशान में बंद हुए हैं। निफ्टी ऑटो, निफ्टी आईटी, निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज, निफ्टी फार्मा, निफ्टी एफएमसीजी, निफ्टी मेटल, निफ्टी रियल्टी, निफ्टी एनर्जी और निफ्टी कमोडिटीज इंडेक्स भी नकारात्मक में रहे।
सेंसेक्स पैक में एलएंडटी, टाटा मोटर्स और आईटीसी टॉप गेनर्स रहे। वहीं, एमएंडएम, इटरनल, टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस, एशियन पेंट्स, सन फार्मा, टेक महिंद्रा, इन्फोसिस, टीसीएस, एचसीएल टेक, बीईएल, ट्रेंट और एचयूएल शीर्ष लूजर्स रहे।
विश्लेषकों का कहना है कि भारतीय बाजार ने एशियाई बाजारों की तरह ही भारी गिरावट का सामना किया। दवा कंपनियों पर नए टैरिफ लगाने से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई, जिससे इन कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट आई। इसी बीच, एक्सेंचर की कम उत्साहजनक गाइडेंस और नौकरियों में कटौती ने आईटी खर्च में कमी के संकेत दिए, जिससे तकनीकी शेयरों में व्यापक बिकवाली हुई। वैश्विक अनिश्चितता के बीच, निवेशक सतर्क बने हुए हैं और निकट भविष्य में घरेलू निवेश और खपत पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत भी गिरावट के साथ हुई। सुबह 9:18 बजे सेंसेक्स 197 अंक या 0.24 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 80,962 और निफ्टी 66 अंक या 0.27 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,819 पर था।