क्या चुनाव से पहले महिलाओं के खाते में पैसे भेजना उनका अपमान है? कृष्णा अल्लावरु

सारांश
Key Takeaways
- महिलाओं का सम्मान राजनीति में एक महत्वपूर्ण मुद्दा है।
- कांग्रेस ने महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं।
- राजनीतिक बयान राजनीति में विचारों का आदान-प्रदान करते हैं।
- स्वास्थ्य और आर्थिक सहायता का महत्व।
- महिला रोजगार योजना द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
पटना, 26 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने आज मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चुनाव से पहले महिलाओं के खातों में 10 हजार रुपये डालकर उन्हें खुश करना उनके सम्मान को ठेस पहुंचाने जैसा है। हमारी दृष्टि में, यह अपमान है।
पटना में संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा, "जब महागठबंधन की सरकार बनेगी, तो हम प्रत्येक जरूरतमंद महिला को 2500 रुपये प्रतिमाह देंगे, और यह सहायता पांच वर्षों तक जारी रहेगी। चुनावी घोषणा करने का हमारा इरादा नहीं है। दूसरी बात, भूमिहीन महिलाओं को भूमि प्रदान की जाएगी और उन्हें मालिकाना हक दिया जाएगा।"
कृष्णा अल्लावरु ने आगे कहा कि कांग्रेस का मानना है कि परिवार का स्वास्थ्य सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया, "हमारे लिए परिवार और बच्चों का स्वास्थ्य अत्यंत महत्वपूर्ण है। राजस्थान में चिरंजीवी योजना के तहत हर गरीब परिवार को 25 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा दिया गया था। हम यह योजना बिहार में भी लागू करेंगे।"
उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत बिहार में हर परिवार को इलाज, स्वास्थ्य जांच, अस्पताल में भर्ती और सर्जरी के लिए किसी भी निजी और सरकारी अस्पताल में 25 लाख रुपये तक का इलाज उपलब्ध होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि महिलाओं को चुनाव से पहले 10,000 रुपये देकर उनका सम्मान नहीं होता, बल्कि यह अपमान है।
कृष्णा अल्लावरु ने दावा किया कि कांग्रेस हमेशा महिलाओं को आगे बढ़ाने का कार्य करती रही है और आगे भी करती रहेगी। बिहार में सत्ता में आने के बाद भी, कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठबंधन महिलाओं के सम्मान और उनकी कमाई और स्वास्थ्य पर ध्यान देंगे। इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में 'मुख्यमंत्री महिला रोजगार' योजना का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी वर्चुअली उपस्थित थे।
योजना के तहत बिहार की 75 लाख महिलाओं के बैंक खातों में सीधे 10-10 हजार रुपये अर्थात कुल 7,500 करोड़ रुपये की राशि भेजी गई। इस अवसर पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जिनका रोजगार अच्छा चलेगा, उन्हें दो लाख रुपये की अतिरिक्त सहायता मिलेगी।