क्या मैनपुरी में काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी कार्यक्रम का आयोजन हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- काकोरी ट्रेन एक्शन की शताब्दी वर्षगांठ का आयोजन
- शहीदों के परिवारों को सम्मानित किया गया
- कार्यक्रम में शहीदों के बलिदान को याद किया गया
- युवाओं को प्रेरित करने का संदेश
- उदयपुर फाइल्स पर विचार विमर्श
मैनपुरी, ८ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के कलेक्ट्रेट सभागार में काकोरी ट्रेन एक्शन की शताब्दी वर्षगांठ पर शुक्रवार को एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उन वीर शहीदों को सम्मानित किया गया जिन्होंने काकोरी कांड में अपने प्राणों की आहुति दी। कार्यक्रम में पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं भाजपा विधायक राम नरेश अग्निहोत्री और पैक्सपेड अध्यक्ष प्रेम सिंह शाक्य मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान शहीदों के परिवारों को सम्मानित किया गया, जिससे शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि और सम्मान प्रकट किया गया। इसके साथ ही, शहीद स्थल पर जाकर पुष्पांजलि अर्पित की गई और शहीदों के नाम वृक्षारोपण भी किया गया। अतिथियों ने शहीदों के अमर बलिदान को याद करते हुए उनकी गाथा को युवाओं तक पहुँचाने का संदेश दिया।
इस अवसर पर राम नरेश अग्निहोत्री ने कहा कि काकोरी शताब्दी समारोह का उद्देश्य है कि हम अपने शहीदों को याद करें और उनके अदम्य साहस व बलिदान को दिल से याद रखें। उन्होंने शहीदों के योगदान को हमेशा याद करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
राम नरेश अग्निहोत्री ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की ओर से चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी ने कहा था कि उनके पास ‘एटम बम’ है, जब उसे फोड़ा जाएगा तो चुनाव आयोग कहीं नजर नहीं आएगा। लेकिन जब उन्होंने वह 'एटम बम' फोड़ा तो वह एक सुतली बम निकला। यह सब केवल निराधार और अनर्गल आरोप हैं। जहां उनकी सरकार है वहां चुनाव आयोग सही ढंग से काम कर रहा है और जहां वे हार गए वहां चुनाव आयोग पर आरोप लगा रहे हैं। अब जनता उन्हें वोट नहीं देना चाहती, तो क्या चुनाव आयोग उनकी मदद करेगा?"
इसके अलावा, राम नरेश अग्निहोत्री ने हाल ही में बनी फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' के विषय में भी कहा कि इस फिल्म को सभी को देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि फिल्म में जो कमियां हों, उन्हें सही तरीके से बताना चाहिए, लेकिन फिल्म की मूल भावना को चोट पहुंचाना उचित नहीं है। उनका मानना है कि 'उदयपुर फाइल्स' सही तथ्यों पर आधारित है और इसका सम्मान किया जाना चाहिए।