क्या मालेगांव ब्लास्ट केस में सभी आरोपी बरी हो गए? टी राजा सिंह का कांग्रेस पर आरोप

सारांश
Key Takeaways
- 2008 मालेगांव विस्फोट मामले में सभी आरोपी बरी हुए।
- टी राजा सिंह ने कांग्रेस पर हिन्दुओं को बदनाम करने का आरोप लगाया।
- साध्वी प्रज्ञा और कर्नल पुरोहित प्रमुख आरोपी रहे।
- कोर्ट का फैसला कई सालों की न्यायिक प्रक्रिया का परिणाम है।
- कांग्रेस की नीति को लेकर सवाल उठाए गए हैं।
हैदराबाद, 31 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। एनआईए की विशेष अदालत ने गुरुवार को 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में सभी सात आरोपियों को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया। इन आरोपियों में पूर्व भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद श्रीकांत पुरोहित शामिल हैं। कोर्ट के इस महत्वपूर्ण फैसले के बाद लंगाना के गोशामहल से विधायक टी राजा सिंह ने खुशी व्यक्त करते हुए कांग्रेस पर तीखा हमला किया।
विधायक टी राजा सिंह ने एक वीडियो संदेश में कहा, "2008 में मालेगांव में हुए धमाकों में छह लोगों की जान गई। उस समय कांग्रेस सरकार ने वोटबैंक की राजनीति के तहत हिन्दुओं पर आरोप लगाए। साधु-संतों को बदनाम किया गया और भगवा आतंकवाद जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया। साध्वी प्रज्ञा और कर्नल पुरोहित समेत सात लोगों को जेल में डाल दिया गया।"
राजा सिंह ने आगे कहा कि इन सातों व्यक्तियों को वर्षों तक जेल में यातनाएं दी गईं। विभिन्न तरीकों से उनसे झूठा कबूलनामा कराने का प्रयास किया गया। गोमांसनिर्दोष करार दे दिया गया।
कांग्रेस पर जुबानी हमला करते हुए टी राजा सिंह ने कहा, "अब मैं उन कांग्रेसियों से पूछना चाहता हूं जिन्होंने भगवाधारियों को आतंकवादी बताया था, अब क्या हुआ? क्यों खामोश हो? कांग्रेस की नीति हमेशा से हिन्दू विरोधी रही है। भगवा को बदनाम करना और हिन्दू संतों को आतंकवादी बताना यही इनकी चाल थी।"
राजा सिंह ने न्याय मिलने पर साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, कर्नल पुरोहित और अन्य आरोपियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज भारत का हिन्दू जाग रहा है। कांग्रेस का घिनौना चेहरा जनता के सामने आ गया है। मैं साध्वी दीदी, कर्नल साहब और उन सभी लोगों को, जो 17 साल से मानसिक और शारीरिक यातना झेलते रहे, हृदय से बधाई देता हूं।