क्या खड़गे ने कर्नाटक में बैलेट पेपर से स्थानीय निकाय चुनाव कराने के फैसले का स्वागत किया?

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क्या खड़गे ने कर्नाटक में बैलेट पेपर से स्थानीय निकाय चुनाव कराने के फैसले का स्वागत किया?

सारांश

कर्नाटक सरकार ने बैलेट पेपर से स्थानीय निकाय चुनाव कराने का निर्णय लिया है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस फैसले का स्वागत करते हुए इसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। उन्होंने सरकार के निर्णय की प्रशंसा की और अन्य मुद्दों पर भी टिप्पणी की।

Key Takeaways

  • मतपत्रों का उपयोग चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता लाएगा।
  • यह निर्णय लोकतंत्र को मजबूत करने में सहायक होगा।
  • मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे जनता की आवाज को मजबूती देने वाला बताया।
  • बिहार चुनाव में बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दे प्रमुख हैं।
  • वोट चोरी का मुद्दा चुनाव में महत्वपूर्ण है।

कलबुर्गी, 7 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कर्नाटक सरकार ने मतपत्रों (बैलेट पेपर) से स्थानीय निकाय चुनाव कराने का निर्णय लिया है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को राज्य सरकार के इस फैसले का स्वागत किया।

मल्लिकार्जुन खड़गे ने मतपत्रों से निकाय चुनाव कराने के निर्णय को लोकतांत्रिक प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा, "मतपत्रों का उपयोग मतदाताओं में विश्वास बढ़ाएगा और चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता को सुनिश्चित करेगा।" खड़गे ने कर्नाटक सरकार के इस निर्णय की सराहना करते हुए कहा कि यह जनता की आवाज को मजबूती प्रदान करेगा।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करने को लेकर खड़गे ने निशाना साधा। उन्होंने कहा, "मोदी और वे अच्छे दोस्त हो सकते हैं, लेकिन उनकी नीतियां देश के हितों के खिलाफ हैं। भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाकर अंतरराष्ट्रीय संबंधों को नुकसान पहुंचाया, जिसका असर आम जनता पर पड़ा।"

उन्होंने कहा, "मोदी और ट्रंप ने भले ही एक-दूसरे के लिए वोट मांगे, दुनिया में ऐसा कहीं देखने को नहीं मिलेगा, जहां पर कोई दूसरे देश में जाकर एक कैंडिडेट को सपोर्ट करेगा, यह गलत है और देश के सिद्धांतों और विचारधारा के खिलाफ है।"

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि देशवासियों की सुरक्षा और हित सर्वोपरि हैं। हम सिद्धांतों और विचारधारा पर चलते हैं। देश पहले आता है, फिर दोस्ती। हमारे प्रधानमंत्री ने जो किया, वो गलत है, लेकिन अब जब मुसीबत आई तो मैं कहूंगा कि वे अपनी पुरानी गलतियों से सीख लें। भारत की न्यूट्रल रहने की जो पुरानी पॉलिसी थी, पीएम मोदी इस पॉलिसी को ध्यान में रखकर आगे बढ़ें।"

बिहार चुनाव को लेकर उन्होंने कहा, "हमारे पास कई मुद्दे हैं। बेरोजगारी और महंगाई का मुद्दा है। प्रदेश का लॉ एंड ऑर्डर सही नहीं है, महिलाओं के रेप हो रहे हैं, दलितों को स्कॉलरशिप नहीं मिल रही है। किसानों को समय से फर्टिलाइजर नहीं मिल रहा है, इन मुद्दों पर हम चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, मुख्य मुद्दा वोट चोरी का है।"

Point of View

NationPress
07/09/2025

Frequently Asked Questions

कर्नाटक में बैलेट पेपर से चुनाव क्यों हो रहे हैं?
कर्नाटक सरकार ने बैलेट पेपर से चुनाव कराने का निर्णय लिया है ताकि चुनावी प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष बनाया जा सके।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस निर्णय पर क्या कहा?
उन्होंने इसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत करने वाला कदम बताया और इसकी सराहना की।