क्या अंधेरे में भी हमें दीया जलाना चाहिए? पीएम मोदी के प्रेरक बयान
सारांश
Key Takeaways
- आशावादिता जीवन में महत्वपूर्ण है।
- सकारात्मक सोच से सफलता संभव है।
- हमारी सोच भविष्य का निर्माण करती है।
- अंधेरे में भी दीया जलाना मना नहीं है।
- कड़ी मेहनत का फल मिलता है।
नई दिल्ली, 31 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। वर्ष 2025 के अंत पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के 'मोदी आर्काइव' खाते ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रेरणादायक भाषणों को साझा किया है, जिनमें उन्होंने देश के भविष्य, आत्मविश्वास और राष्ट्र निर्माण के विषय में अपने विचार व्यक्त किए हैं।
'मोदी आर्काइव' ने पीएम मोदी के कुछ बयानों का ऑडियो साझा करते हुए लिखा, "जैसे ही 2025 खत्म हो रहा है, हम नरेंद्र मोदी के दशकों पहले कहे गए उम्मीद और दृढ़ संकल्प पर उनके यादगार शब्दों को फिर से याद करते हैं।"
'मोदी आर्काइव' द्वारा जारी 2.15 मिनट की वीडियो क्लिप में पीएम मोदी ने कहा, "मित्रों, जीवन में आशावादी होना चाहिए, निराशा कभी जीवन में आनी नहीं चाहिए और यह तब होता है जब जीवन में सकारात्मक सोच हो। सकारात्मक सोच की शक्ति पूरे संसार को बदल सकती है। हम सारी दुनिया को नहीं बदल सकते हैं। अगर तूफान आ जाए तो हम समुद्र की लहरों को नहीं मोड़ सकते हैं, लेकिन जिस नाव में बैठे हैं, उस नाव की दिशा को हम बदल सकते हैं और इसे बदलना हम जानते हैं।"
एक अन्य भाषण में पीएम मोदी ने कहा, "अगर आपका दिल साफ है, अगर आपके विचारों में स्पष्टता है, अगर आपको कुछ करने का पक्का इरादा है और आपमें सामना करने की हिम्मत है तो मुझे यकीन है कि कुछ भी हासिल कर सकते हैं।"
'मोदी आर्काइव' ने पीएम मोदी के उस भाषण को भी क्लिप में शामिल किया है, जिसमें उन्होंने कहा था, "जैसे मौसम बदलता रहता है, वैसे ही जिंदगी के उतार-चढ़ाव आते-जाते हैं। बादल कभी आते हैं, कभी चले जाते हैं। कभी-कभी चांद साफ चमकता है तो कभी सूरज साफ नजर आता है। जिंदगी में यह सब कुछ आता है, लेकिन तुम अपने लक्ष्य को पार करते हुए चले चलो, कभी न कभी यश प्राप्त होगा।"
इसके अलावा, पीएम मोदी ने कहा, "तमन्ना अच्छे काम करने की होनी चाहिए। पाने की तमन्ना से कुछ करने की तमन्ना शायद अच्छा परिणाम देती है।"
देशवासियों को एक नई राह दिखाते हुए पीएम मोदी ने कहा, "कल कैसी थी, उसके आधार पर आने वाली कल तय नहीं होती है। आने वाली कल के लिए हमारी सोच क्या है, उसके आधार पर आने वाली कल का निर्माण होता है। जो बीती हुई कल पर रोते रहते हैं, वह आने वाली कल को कभी सजा नहीं सकते हैं। हमें तो सकारात्मक रुख लेकर आगे चलना है, कोशिश करनी है, कभी न कभी सफलता मिलेगी और यह मेरा विश्वास है।"
'मोदी आर्काइव' ने पीएम मोदी के एक शायराना अंदाज को भी साझा किया है। इसमें पीएम मोदी कहते हैं, "दोस्तों, माना रात अंधेरी है, अंधेरा घना है, लेकिन यारो दीया जलाना कहां मना है। आओ दोस्तों दिया जलाएं, जिस घर में रोशनी नहीं है, वहां घर में रोशनी पहुंचाएं।