क्या बंगाल में टीएमसी की जगह अपराधियों की सरकार है? गिरिराज सिंह
सारांश
Key Takeaways
- गिरिराज सिंह के बयान ने राजनीतिक विवाद को और बढ़ा दिया है।
- बंगाल की स्थिति पर आपराधिक गतिविधियों का आरोप लगाया गया है।
- विपक्ष ने इस बयान की कड़ी निंदा की है।
- राम के नाम पर राजनीति का खेल जारी है।
- महिलाओं के प्रति हिंसा के आरोप भी उठाए गए हैं।
नई दिल्ली, 31 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि बंगाल में टीएमसी की सरकार नहीं, बल्कि अपराधियों की सरकार है।
राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि ममता बनर्जी एक महिला हैं, फिर भी वहां अपराधियों की सरकार का गठन हुआ है। यह टीएमसी की सरकार नहीं, बल्कि अपराधियों की सरकार है। भारत की संस्कृति में प्रधानमंत्री या गृह मंत्री का अपमान करना गलत है, लेकिन अब ममता बनर्जी ने गाली-गलौज करते हुए एक महिला पर शारीरिक हमला भी शुरू कर दिया है। इस हमले के गंभीर परिणाम होंगे और आने वाले दिनों में उन्हें इसका एहसास होगा।
जी राम जी कानून के संबंध में विपक्ष के हंगामे और 5 जनवरी 2026 से प्रदर्शन के मुद्दे पर गिरिराज सिंह ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने सुधारों पर पूरी तरह से काम किया है, खासकर मजदूरों के लिए, चार लेबर कोड में सुधार किए हैं, और यह 'जी राम जी' का ऐसा सुधार लागू किया है जिससे कांग्रेस को परेशानी हो रही है क्योंकि कांग्रेस और विपक्ष को 'राम' नाम भी पसंद नहीं है। यह सुधार यह सुनिश्चित करता है कि मजदूरों को 125 दिन का काम मिलेगा। विपक्ष इसीलिए शोर मचा रहा है क्योंकि उसे 'राम' नाम से नफरत है।
गिरिराज सिंह ने कहा कि मैं विपक्ष से पूछ रहा हूं कि क्या उन्हें 'राम' के नाम से नफरत है या फिर जी राम जी कानून के तहत मजदूरों को मिलने वाले 125 दिनों के रोजगार से नफरत है या फिर लेबर कोड में सुधार किए जाने से।
राम मंदिर से विपक्ष के नेताओं की दूरी पर गिरिराज सिंह ने कहा कि विपक्ष को 'राम' नाम से नफरत है। इसलिए न तो कांग्रेस और न ही विपक्ष दर्शन के लिए गए। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। 'राम' नाम से नफरत के कारण उन्हें 'जी राम जी' से भी नफरत हो गई है।
अभिनेत्री नुसरत भरूचा के महाकाल मंदिर जाने और मौलवियों द्वारा जारी फतवे पर गिरिराज सिंह ने कहा कि ये मौलवी नफरत फैलाते हैं। अभिनेत्री दर्शन करने गई थीं। उन्होंने क्या गलत किया? उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया, बस दर्शन करने गईं और आशीर्वाद लिया। हम सभी भारत के सपूत हैं। पंत बदलने से पूर्वज नहीं बदलते हैं, मौलवी सिर्फ नफरत फैलाते हैं।