क्या सीनियर सीपीआई-एम नेता सुरेंद्रन ने सबरीमाला सोने के मामले में एसआईटी की पूछताछ को खारिज किया?

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क्या सीनियर सीपीआई-एम नेता सुरेंद्रन ने सबरीमाला सोने के मामले में एसआईटी की पूछताछ को खारिज किया?

सारांश

सीपीआई-एम नेता कडाकम्पल्ली सुरेंद्रन ने सबरीमाला सोने की चोरी मामले में मीडिया रिपोर्टों को खारिज किया। उन्होंने एसआईटी के सामने पेश होने और अपने बयान को गोपनीयता से परे सार्वजनिक करने की बात कही। उनकी ये टिप्पणियाँ राजनीतिक माहौल में उथल-पुथल का संकेत देती हैं।

Key Takeaways

  • कडाकम्पल्ली सुरेंद्रन ने मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया।
  • उन्होंने एसआईटी के सामने अपनी पेशी की पुष्टि की।
  • गोपनीयता के सुझावों का खंडन किया।
  • आरोप लगाने वालों को चुनौती दी कि वे सबूत पेश करें।
  • राजनीतिक माहौल में उठे सवालों का जिक्र किया।

तिरुवनंतपुरम, 31 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। सीपीआई-एम के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्य देवस्वोम मंत्री कडाकम्पल्ली सुरेंद्रन ने बुधवार को सबरीमाला सोने की चोरी के मामले में जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) द्वारा की गई पूछताछ को लेकर मीडिया के कुछ हिस्सों द्वारा फैलाए गए 'मनगढ़ंत कहानियों' का कड़ा खंडन किया।

सोशल मीडिया पर, कझाकूटम के विधायक ने कुछ मीडिया आउटलेट्स पर बिना वेरिफाई किए दावे फैलाने का आरोप लगाया, जो जनता को गुमराह कर सकते हैं।

एसआईटी के समक्ष पेश होने के हालात को स्पष्ट करते हुए, कडकम्पल्ली ने कहा कि वह पिछले शनिवार को तिरुवनंतपुरम में क्राइम ब्रांच मुख्यालय में हाई कोर्ट द्वारा नियुक्त जांच टीम के सामने पेश हुए थे।

गोपनीयता के सुझावों को खारिज करते हुए, उन्होंने जोर देकर कहा कि उनका बयान दिन के उजाले में और एक आधिकारिक जगह पर रिकॉर्ड किया गया था।

उन्होंने आगे कहा कि वह अपनी नियमित गाड़ी में एमएलए बोर्ड लगाकर आए थे और प्रक्रिया पूरी करने के बाद अपने ऑफिस लौट गए।

पूर्व मंत्री ने उन रिपोर्टों पर कड़ी आपत्ति जताई जिनमें आरोप लगाया गया था कि उन्होंने मुख्य आरोपी उन्नीकृष्णन पोट्टी के लिए फेवर मांगने वाले नोट लिखे या साइन किए थे।

उन्होंने बताया कि सबरीमाला सोने की जब्ती से जुड़ी सभी फाइलें वर्तमान में न्यायिक जांच के अधीन हैं और इन दस्तावेजों की कॉपी पहले से ही मीडिया के पास मौजूद हैं।

उन्होंने कहा, "अगर मेरे नोट वाला ऐसा कोई आवेदन मौजूद है, तो उसे सार्वजनिक किया जाना चाहिए।"

कडकम्पल्ली ने उन दावों को भी खारिज कर दिया कि जब्त किए गए सोने को सौंपने से संबंधित आधिकारिक फाइलों में पोट्टी की मदद करने के मकसद से मंत्री के निर्देशों का जिक्र था।

उन्होंने आरोप लगाने वालों को चुनौती दी कि वे सार्वजनिक जांच के लिए ऐसा कोई दस्तावेज पेश करें।

एक अन्य आरोप का जवाब देते हुए, कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में घर उन्नीकृष्णन पोट्टी की स्पॉन्सरशिप से बनाए गए थे, सीपीआई(एम) नेता ने कहा कि उन्होंने सरकारी योजनाओं और शुभचिंतकों के सहयोग से कई बेघर परिवारों के लिए आवास की व्यवस्था की थी।

हालांकि, उन्होंने साफ तौर पर इनकार किया कि आरोपी के फंड से एक भी घर बनाया गया था।

उन्होंने आलोचकों को चुनौती दी कि यदि उनके दावे सही हैं, तो वे ऐसे किसी भी घर और उसके लाभार्थियों की पहचान करें।

कुछ मीडिया आउटलेट्स पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए, कडकम्पल्ली ने कहा कि गैर-जिम्मेदाराना रिपोर्टिंग एक ऐसे मुद्दे पर जनता की राय को बिगाड़ सकती है जो पहले से ही अदालतों में है।

एक खास पोस्टस्क्रिप्ट में, उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ आरोप लगाए जाने के 84 दिन बीत जाने के बावजूद, विपक्ष के नेता वी.डी. सतीशन अदालत में एक भी दस्तावेजी सबूत पेश करने में नाकाम रहे हैं।

यह बयान सबरीमाला सोने की चोरी के मामले की तेज राजनीतिक जांच के बीच सामने आया है, जो केरल के राजनीतिक माहौल में सत्ताधारी लेफ्ट और विपक्ष के बीच तीखी बहस को जन्म दे रहा है।

Point of View

सीपीआई-एम नेता कडाकम्पल्ली सुरेंद्रन के बयान से यह स्पष्ट होता है कि राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का खेल चल रहा है। मीडिया की जिम्मेदारी है कि वह तथ्यों की पुष्टि करे और विवेकपूर्ण रिपोर्टिंग करे। यह खबर केवल एक व्यक्ति के आरोपों का मामला नहीं है, बल्कि केरल की राजनीति में गहरी खाई को उजागर करती है।
NationPress
31/12/2025

Frequently Asked Questions

कडाकम्पल्ली सुरेंद्रन ने सबरीमाला सोने मामले में क्या कहा?
उन्होंने मीडिया द्वारा फैलाई गई मनगढ़ंत कहानियों का खंडन किया है।
क्या सुरेंद्रन ने एसआईटी के सामने पेश होने की बात की?
हाँ, उन्होंने बताया कि वह एसआईटी के सामने पेश हुए थे और उनका बयान आधिकारिक जगह पर रिकॉर्ड किया गया था।
उन्नीकृष्णन पोट्टी का क्या संबंध है?
सुरेंद्रन ने पोट्टी के लिए फेवर मांगने के आरोपों का खंडन किया है।
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