क्या मंगलुरु लोन फ्रॉड मामले में ईडी ने रोशन सलदान्हा की 2.85 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की?
सारांश
Key Takeaways
- ईडी ने 2.85 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की।
- 49 करोड़ रुपये का लोन फ्रॉड का मामला सामने आया।
- रोशन सलदान्हा और डैफनी नीतू डिसूजा मुख्य आरोपी हैं।
- धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई।
- जांच में महत्वपूर्ण दस्तावेज और सबूत मिले हैं।
बेंगलुरु, 7 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलुरु में हो रहे बहुचर्चित लोन फ्रॉड मामले में एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। रोशन सलदान्हा और उनकी पत्नी डैफनी नीतू डिसूजा के साथ अन्य आरोपियों के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत एक आवासीय संपत्ति और कुछ बैंक खातों को मिलाकर लगभग 2.85 करोड़ रुपये की संपत्ति अस्थायी रूप से कुर्क कर दी गई है।
यह कार्रवाई अगस्त 2025 में की गई तलाशी के बाद की गई जांच का हिस्सा है, जिसमें एक बड़े 49 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी का खुलासा हुआ। मुख्य आरोपी रोशन सलदान्हा वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं।
ईडी की जांच मंगलुरु सिटी पुलिस द्वारा दर्ज की गई कई एफआईआर पर आधारित है। आरोप है कि रोशन सलदान्हा और डैफनी ने विभिन्न व्यवसायियों को कम ब्याज दरों पर ऋण देने का लालच देकर ठगा। स्टांप शुल्क की आड़ में नकली कंपनियों में पैसे जमा करने का काम किया गया, लेकिन वादा किया गया ऋण कभी प्रदान नहीं किया गया। अक्टूबर 2024 से जुलाई 2025 के बीच उन्होंने 49 करोड़ रुपये इकट्ठा किए, जो व्यक्तिगत खर्च, अपने कारोबार और नकली संस्थाओं के माध्यम से ठगे गए।
ईडी ने बताया है कि सलदान्हा ने 5.75 करोड़ रुपये अपनी पत्नी के नाम पर पांच मछली पकड़ने वाली नावें खरीदने में लगाई। ये नावें और इंजन अपराध की आय (पीओसी) से खरीदे गए थे। जांच में डायरी और दस्तावेज मिले हैं, जो धोखाधड़ी के नेटवर्क को उजागर करते हैं। उन्होंने आंध्र प्रदेश के एक सिल्क साड़ी कारोबारी से 40 लाख रुपये भी ठगे थे।
अगस्त 2025 में ईडी ने मंगलुरु के पांच स्थानों पर छापे मारे थे, जिसमें 3.8 करोड़ रुपये के बैंक खाते फ्रीज किए गए। कुल मिलाकर 9.5 करोड़ की पीओसी, बैंक खाते, नावें और इंजन जब्त किए जा चुके हैं। रोशन की 2.14 करोड़ रुपये की संपत्ति और पीएम एंटरप्राइजेज के 70.8 लाख के बैंक खाते भी कुर्क किए गए हैं। कर्नाटक के डीजीपी ने चार मुख्य केस सीआईडी को सौंप दिए हैं, जिसमें 10 से 200 करोड़ तक की धोखाधड़ी शामिल है।
सलदान्हा ने बेंगलुरु के एक फाइनेंसर के माध्यम से संपर्क बनाए और 'साई फाइनेंस' जैसी कंपनियों का इस्तेमाल किया। जुलाई 2025 में उन्होंने महाराष्ट्र के एक कारोबारी से 5 करोड़ और असम से 20 लाख रुपये ठगे। उनका लग्जरी बंगला छिपे हुए ठिकानों से भरा हुआ था, जो धोखाधड़ी का केंद्र था।