क्या मंगलवार को सर्वार्थ और अमृत सिद्धि योग का संयोग वाहन खरीदने के लिए सबसे उचित दिन है?

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क्या मंगलवार को सर्वार्थ और अमृत सिद्धि योग का संयोग वाहन खरीदने के लिए सबसे उचित दिन है?

सारांश

मार्गशीर्ष माह की द्वादशी तिथि पर बन रहा सर्वार्थ और अमृत सिद्धि योग, जिससे वाहन खरीदना या गृह प्रवेश अत्यंत शुभ माने जा रहे हैं। जानें इस दिन की विशेष पूजा विधि और उपाय।

Key Takeaways

  • सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग का महत्व समझें।
  • वाहन खरीदने के लिए यह दिन विशेष रूप से शुभ है।
  • पूजा विधि का पालन करें और हनुमान जी की उपासना करें।
  • लाल रंग का महत्व और उसका उपयोग करें।
  • द्वादशी तिथि का ध्यान रखें।

नई दिल्ली, 1 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि, मंगलवार को सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग का अद्वितीय संयोग बन रहा है। इस दिन सूर्य वृश्चिक राशि में और चंद्रमा मेष राशि में रहेंगे। द्रिक पंचांग के अनुसार, मंगलवार को अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 50 मिनट से शुरू होकर दोपहर 12 बजकर 31 मिनट तक रहेगा और राहुकाल का समय दोपहर 2 बजकर 47 मिनट से शुरू होकर शाम 4 बजकर 6 मिनट तक रहेगा।

सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग ज्योतिष में एक अत्यंत शुभ योग माने जाते हैं, जो किसी विशिष्ट नक्षत्र के मेल से उत्पन्न होते हैं। इस योग में किए गए कार्यों की सफलता की संभावना अधिक होती है।

यह योग कई प्रकार के शुभ कार्यों जैसे नया व्यापार शुरू करने, वाहन खरीदने या नए घर में प्रवेश करने के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।

इस दिन द्वादशी मंगलवार होने के कारण, कोई विशेष पर्व नहीं होने पर आप राम भक्त हनुमान का व्रत और उनकी उपासना कर सकते हैं। इस दिन किए गए कुछ कार्य अत्यंत शुभ फल देते हैं।

कहा जाता है कि लाल रंग मंगल ग्रह का प्रतीक है। इस दिन लाल वस्त्र पहनना और लाल फल, फूल एवं मिठाइयाँ अर्पित करना शुभ माना जाता है।

पूजा विधि के अनुसार, आप ब्रह्म मुहूर्त में उठकर नित्य कर्म-स्नान आदि करने के बाद पूजा स्थल को स्वच्छ करें। फिर एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर पूजा की सामग्री रखें और उस पर अंजनी पुत्र की प्रतिमा स्थापित करें।

इसके बाद, हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें, साथ ही सिंदूर, चमेली तेल, लाल फूल और प्रसाद चढ़ाएं और बजरंग बली की आरती करें। आरती के बाद आसन को प्रणाम करके प्रसाद ग्रहण करें। शाम को भी हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए।

मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने से शक्ति और साहस में वृद्धि होती है, साथ ही जीवन में सुख और समृद्धि आती है।

Point of View

यह स्पष्ट होता है कि ज्योतिषीय संयोगों का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव होता है। मंगलवार का यह दिन, जब सर्वार्थ और अमृत सिद्धि योग बन रहा है, न केवल आध्यात्मिक बल्कि भौतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।
NationPress
10/12/2025

Frequently Asked Questions

सर्वार्थ सिद्धि योग क्या होता है?
सर्वार्थ सिद्धि योग एक ज्योतिषीय योग है जो किसी विशेष नक्षत्र के मेल से बनता है, और इसे शुभ कार्यों के लिए उत्तम माना जाता है।
क्या इस दिन वाहन खरीदना शुभ होता है?
हाँ, इस दिन सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग की वजह से वाहन खरीदना अत्यधिक शुभ माना जाता है।
इस दिन की पूजा विधि क्या है?
ब्रह्म मुहूर्त में उठकर नित्य कर्म करने के बाद लाल कपड़ा बिछाकर हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए।
राहुकाल का समय क्या है?
मंगलवार को राहुकाल का समय दोपहर 2 बजकर 47 मिनट से शाम 4 बजकर 6 मिनट तक है।
लाल रंग पहनने का महत्व क्या है?
लाल रंग मंगल ग्रह का प्रतीक है और इसे पहनना इस दिन के लिए शुभ माना जाता है।
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