क्या मणिपुर में 8 आतंकवादी गिरफ्तार हुए हैं?
सारांश
Key Takeaways
- मणिपुर में सुरक्षा बलों ने ८ आतंकवादियों को गिरफ्तार किया।
- गिरफ्तार आतंकवादियों के पास से हथियार और गोला-बारूद बरामद हुए।
- सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान जारी रखा है।
- अफवाहों से सतर्क रहने की अपील की गई है।
- राज्य में सुरक्षा चेकपॉइंट बढ़ाए गए हैं।
इंफाल, २ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बीते २४ घंटों में, सुरक्षा बलों ने मणिपुर के पांच विभिन्न जिलों से अलग-अलग प्रतिबंधित संगठनों के आठ आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। इन आतंकवादियों के पास से कई हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किए गए हैं। यह जानकारी रविवार को अधिकारियों ने साझा की।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पकड़े गए आतंकवादी विभिन्न चरमपंथी समूहों जैसे कंगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी (केसीपी), पीपल्स रिवोल्यूशनरी पार्टी ऑफ कंगलीपाक और पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) से जुड़े थे। इन आरोपियों को जिरिबाम, इम्फाल ईस्ट, इम्फाल वेस्ट, बिष्णुपुर और काकचिंग से गिरफ्तार किया गया।
अधिकारी ने कहा कि ये आतंकवादी धमकी देने, सरकारी कर्मचारियों, ठेकेदारों और अन्य से जबरन चंदा वसूलने जैसे कई अपराधों में संलिप्त थे।
गिरफ्तार किए गए आतंकवादियों के पास से कुछ हथियार, एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस, आधार/पैन कार्ड, कई मोबाइल फोन, सिम कार्ड और एक कार भी बरामद की गई।
सुरक्षा बलों ने कांगपोकपी जिले के पहाड़ी क्षेत्रों में विभिन्न अभियानों में कुछ हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किए। बरामद हथियारों में पांच देसी सिंगल बैरल बंदूकें, दो वायरलेस सेट, कई जूते और युद्ध जैसे कपड़े शामिल हैं।
मणिपुर पुलिस के अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बल पहाड़ी, घाटी और संवेदनशील इलाकों में तलाशी और नियंत्रण अभियान जारी रखे हुए हैं।
अधिकारी के अनुसार, राज्य के विभिन्न जिलों में ११५ नाके/चेकपॉइंट स्थापित किए गए हैं ताकि शत्रु तत्वों और संदिग्ध वाहनों की अवैध गतिविधियों को रोका जा सके।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों ने इंफाल-जिरीबाम राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-३७) पर जरूरी सामान ले जाने वाले कई वाहनों को एस्कॉर्ट किया है। संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को सख्त किया गया है। वहीं, नाजुक इलाकों में वाहनों की सुरक्षित आवाजाही के लिए सुरक्षा काफिले की व्यवस्था की गई है।
मणिपुर पुलिस ने लोगों से अफवाहों पर विश्वास न करने और झूठे वीडियो से सतर्क रहने की अपील की है। पुलिस ने एक बयान में कहा कि बिना किसी आधार के वीडियो, ऑडियो क्लिप आदि के सर्कुलेशन की सच्चाई सेंट्रल कंट्रोल रूम से पुष्टि की जा सकती है। इसके अलावा, सोशल मीडिया पर कई फेक पोस्ट सर्कुलेट होने की संभावना है। इसलिए यह चेतावनी दी जाती है कि सोशल मीडिया पर ऐसे फेक पोस्ट अपलोड करने और सर्कुलेट करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने संबंधित लोगों से लूटी गई बंदूकें, गोला-बारूद और विस्फोटक तुरंत पुलिस या नजदीकी सुरक्षा बल चौकी को लौटाने की अपील की।